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भारत की सबसे उम्रदराज महिला माउंट एवरेस्ट विजेता: संगीता बहल की कहानी

53 साल की उम्र में माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली संगीता बहल की प्रेरणादायक कहानी पढ़ें। वह जम्मू और कश्मीर की पहली महिला हैं जिन्होंने यह उपलब्धि हासिल की। जानिए उनकी यात्रा और सफलता के बारे में।

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Vaishali Garg
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Read the inspiring story of Sangeeta Bahl

Sangeeta Bahl: Oldest Indian Woman to Conquer Mount Everest: संगीता बहल ने 53 वर्ष की आयु में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी, माउंट एवरेस्ट को फतह कर इतिहास रचा दिया। उन्हें इस उपलब्धि के लिए सोशल मीडिया पर व्यापक सराहना मिली।

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भारत की सबसे उम्रदराज महिला माउंट एवरेस्ट विजेता: संगीता बहल की कहानी

माउंट एवरेस्ट दुनिया का शायद सबसे प्रसिद्ध पर्वत है। सन 1953 में सर एडमंड हिलेरी और शेरपा टेनजिंग नोर्गे द्वारा इसे सबसे पहले फतह करने के बाद से, हजारों लोगों ने इसे फतह करने का प्रयास किया है। उन्हीं में से एक हैं संगीता बहल, जिन्होंने 53 साल की उम्र में माउंट एवरेस्ट की चोटी पर पहुंचकर सबसे उम्रदराज भारतीय महिला बनीं। वह अब तक दुनिया की सात सबसे ऊंची चोटियों में से छह को फतह कर चुकी हैं।

कौन हैं संगीता बहल?

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संगीता सिंधी बहल 53 साल की उम्र में माउंट एवरेस्ट फतह करने वाली सबसे उम्रदराज भारतीय महिला बनीं। उन्होंने प्रेम लता के रिकॉर्ड को तोड़ा, जिन्होंने 2011 में 48 साल की उम्र में दुनिया की सबसे ऊंची चोटी (8,848 मीटर) को फतह किया था। संगीता जम्मू और कश्मीर की रहने वाली हैं। उन्होंने अपने दूसरे प्रयास में ही यह लक्ष्य हासिल कर लिया। 2017 में उनकी तबीयत बिगड़ जाने के कारण उन्हें पहले प्रयास में बीच रास्ते से वापस लौटना पड़ा था।

दृढ़ संकल्प और सफलता

संगीता ने हर चुनौती को पार करने में अपना माद्दा साबित किया है। उनके पति ने सबसे पहले उन्हें नियमित रूप से ट्रेकिंग करने का सुझाव दिया था, और उन्होंने इस सुझाव को दिल से लगा लिया। 2011 में उन्होंने किलिमंजारो पर्वत पर चढ़ाई की, जो उनकी पहली बड़ी उपलब्धि थी। इसके बाद 2018 में उन्होंने विन्शन, एल्ब्रुस, अकोनकागुआ, कोसिउस्को और एवरेस्ट सहित सात शिखरों की अपनी यात्रा पूरी की। 

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इन सभी चोटियों पर चढ़ाई उन्होंने अपने पति के साथ मिलकर की। साथ ही, वे अंटार्कटिका में माउंट विन्शन फतह करने वाले तीसरे और चौथे भारतीय बने। हर पर्वत पर चढ़ाई के लिए अलग-अलग तरह की ट्रेनिंग की ज़रूरत होती थी, क्योंकि हर शिखर का वातावरण और रास्ता अलग होता है। हालांकि माउंट एवरेस्ट फतह करना अपने आप में एक बड़ी उपलब्धि है, लेकिन 2018 में उन्होंने इसे हासिल कर न केवल भारत में बल्कि जम्मू और कश्मीर की पहली महिला बनने का गौरव भी प्राप्त किया।

बहुमुखी प्रतिभा की धनी संगीता

संगीता 1985 में मिस इंडिया फाइनलिस्ट भी रही हैं और वर्तमान में गुरुग्राम में इम्पैक्ट इमेज कंसल्टेंट्स की संस्थापिका हैं। उन्होंने पहले विमानन उद्योग में भी काम किया है और देश-विदेश की कई विमान कंपनियों के लिए वर्दी भी डिजाइन की हैं।

संगीता बहल न केवल एक सफल पर्वतारोही हैं, बल्कि एक प्रेरणादायक महिला भी हैं। उन्होंने साबित कर दिया है कि उम्र सिर्फ एक संख्या है और जुनून हो तो कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।

Mount Everest Sangeeta Bahl
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