I'm Rajveer Kaur, a feminist advocating for human secularism, and I'm deeply passionate about Media & Journalism.
एक महिला बचपन से ही रोक-टोक की जिंदगी जीना शुरु कर देती है। उसे बहुत छोटी उम्र में ही बता दिया जाता है कि क्या करना है और क्या नहीं। जब कोई महिला उन कामों को करना चाहती है जिनकी उन्हें मनाही हैं, तब वह महिला किसी को अच्छी नहीं लगती।
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