Reproduction Coercion के बारे में जानें 5 बातें

भारतीय समाज में महिलाओं को प्रजनन संबंधी फैसले लेने की आजादी भी नहीं है जैसे बच्चा प्लान करना है, गर्भपात करवाना है या नहीं पुरुष कंडोम यूज़ करेगा आदि इन सब मामलों में औरत की एक भी नहीं सुनी जाती है, इसे रिप्रोडक्टिव कोअर्शन या प्रजनन संबंधी हिंसा कहा जाता है। (Image Credit: Freepik)

क्या शामिल है?

इस तरह की हिंसा में पार्टनर की तरफ से महिला को जानबूझकर प्रेग्नेंट किया जाता है या उसे एसटीडी की बीमारी दी जाती है। सेक्स के दौरान कंडोम उतार दिया जाता है और गर्भनिरोध में भी छेड़छाड़ की जाती है। इसके साथ ही महिला को जबरन सेक्स करना और उन्हें सेक्स करने के लिए धमकाना आदि सब शामिल है। (Image Credit: Pinterest)

बेटे की चाहत

हमारे समाज में लोगों को अभी भी बेटे की चाहत बहुत है। इसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकते हैं। महिला को इसलिए बार-बार प्रेग्नेंट किया जाता है ताकि वह बेटा पैदा करें। यह भी इसी श्रेणी में आता है। (Image Credit: Pinterest)

स्टीरियोटाइप सोच

आज भी पित्तृसत्ता सोच हमारे लोगों की दिमाग में भरी हुई है। ऐसा व्यवहार महिलाओं पर पुरषों का अधिकार दिखता है कि वह पुरुष महिला के साथ कुछ भी कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें उनकी सहमति की जरूरत नहीं है। (Image Credit: Pinterest)

यौन वायलेंस

रिप्रोडक्टिव कोअर्शन या प्रजनन की हिंसा में महिला के साथ हिंसा भी की जाती है। इसमें महिलाओं से अपनी बात मनवाने के लिए मारपीट की जाती है, धमकाया जाता है या उनकी मर्जी के खिलाफ उनके साथ व्यवहार किया जाता है। (Image Credit: Pinterest)

मदद

यह बिलकुल सही नहीं है। अगर आपके साथ भी ऐसा व्यवहार हो रहा है तब आपको मदद लेनी चाहिए। ऐसे माहौल में रहने से आपकी शारीरिक और मानसिक सेहत पर ही असर पड़ेगा। आपको खुद को इस बात के लिए दोष देने की जरूरत नहीं है। (Image Credit: Pinterest)