जानिए समाज के द्वारा बनाए गए महिलाओं के लिए 5 यात्रा मिथक

आज भी यह सोच समाज में है कि महिलाएं अकेले सफर नहीं कर सकती हैं लेकिन ऐसा बिलकुल नहीं है। आज जहाँ औरतें पढ़ी लिखी है और सशक्त है इसके साथ उनके पास टेक्नोलॉजी का साथ है ऐसे में महिलाओं के ट्रेवल करना बड़ी बात नहीं है-(Image Credit: Wonder Womaniya)

अकेले सफ़र

आमतौर पर महिलाओं को अकेले सफ़र करने से रोका जाता है। इसके पीछे सुरक्षा को कारण बताया जाता है। पर आज की महिलाएं इतनी सक्षम हैं कि वो अपनी सुरक्षा ख़ुद कर सकें। (Image Credit: World Nomads)

Driving मिथ

महिलाओं के अकेले सफ़र के विरोध में यह तर्क दिया जाता है कि महिलायें अच्छी ड्राइवर नहीं होती। पर यह भी एक मिथ ही है। महिलायें पुरूषों से अच्छी ड्राइवर होती हैं और अगर आपको ड्राइविंग नहीं भी आती तो आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट से सफ़र कर सकती हैं। (Image Credit: Fast Voice Media)

वर्किंग वुमन

वर्किंग वुमन के लिए लंबे सफ़र पर निकलना इसलिए भी मुश्किल माना जाता है क्योंकि उनका काम प्रभावित होता है लेकिन आज कल बहुत सारी संगठन वर्क फ्रॉम होम की सुविधा देते हैं। इससे आप कहीं भी बैठ कर लैपटॉप या फोन से अपना जॉब कर सकती हैं। (Image Credit: India Tours & Travel)

जागरूकता की कमी

यह भी तर्क दिया जाता है कि हमारे सामाज में औरतों को ज़्यादा आज़ादी न मिलने के कारण औरतों को आस पास की जागरूकता नहीं होती लेकिन टेक्नॉलाजी आने के बाद नेवीगेशन, होटल बुकिंग, फ़ूड इत्यादि में आसानी हो जाती है चाहे महिला पहली बार घर से बाहर निकली हो। (Image Crdit: Treebo Hotels)

Physical & hygienic reasons

यह तर्क दिया जाता है कि ल़डकियों को सफ़र के दौरान पर्सनल हाइजीन मेंटेन करने में मुश्किल आती है लेकिन आज कल यह तर्क भी एक मिथ ही रह गया है। बदलते समय के साथ साथ आज हर जगह ल़डकियों के हाइजीन प्रोडक्ट मिलते हैं। (Image credit: Nationel Geographics)