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कामकाजी मां दो अलग-अलग जिम्मेदारी निभानी होती है. वह घर पर पूरी तरह से अपने बच्चों को देखती है और मां की जिम्मेदारी निभाती है तो दूसरी तरफ वह आफिस में जाकर काम करती है. इसलिये हमारे लिये यह जरुरी है कि हम उसकी दोनों जिम्मेदारियों को समझे और उसे उसके काम के लिये उसे सम्मान दें. हम उन बातों के बारें में आपको बता रहे है जो किसी को भी कभी भी कामकाजी मां से नही करना चाहिये.
यह एक ऐसा वाक्य है जो किसी भी कामकाजी महिला का दिल तोड़ सकता है. इसलिये हमें इस तरह की बात नही करना चाहिये. हमें इस हक़ीक़त को समझना चाहिये कि मां सबसे ज्यादा अपने बच्चों को ही प्यार करती है और काम करने के अन्य कारण हो सकते हैं.
- इस तरह की बात भी कामकाजी मां से नही की जानी चाहिये. मुमकिन है कि वह जो काम कर रही है वह विलासिता के लिये नही बल्कि अपने और अपने बच्चों के जीवन यापन के लिये कर रही हो. इसलिये इसके प्रयोग से भी बचना चाहिये.
- अगर किसी मां को यह बात कही जायें तो उसे बहुत बुरा लगेंगा. हर मां के लिये उसका बच्चा बहुत महत्वपूर्ण होता है. यह बात कहने से पता चलता है कि उस मां ने अपने काम के आगे अपने बच्चों को महत्व नही दिया.
- आमतौर पर इस तरह की बात कामकाजी मां को सुनने को मिलती है कि वह अपने बच्चों के लिये चितिंत नही है. यही वजह है कि वह अपने बच्चों को छोड़ कर आफिस में चली जाती है. यह बात भी किसी महिला को बोलने से बचना चाहिये.
- किसी भी कामकाजी मां से यह बात नही करना चाहिये कि वह काम और बच्चों के बीच संतुलन बैठाने नही पा रही है. हर कामकाजी मां अपने स्तर पर इस तरह की पूरी कोशिश करती है कि वह अपने बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय गुज़ारे.
- यह बात भी किसी के लिये भी ठेस पहुंचाने वाली हो सकती है लेकिन एक मां के लिये जो अपने बच्चों को घर पर छोड़ कर आयी है उसे यह दुख पहुंचाती है
1. मैं अपने बच्चों से बहुत प्यार करती हूं इसलिये मैं किसी और को अधिकार नही दूंगी कि वह उसे बड़ा करें
यह एक ऐसा वाक्य है जो किसी भी कामकाजी महिला का दिल तोड़ सकता है. इसलिये हमें इस तरह की बात नही करना चाहिये. हमें इस हक़ीक़त को समझना चाहिये कि मां सबसे ज्यादा अपने बच्चों को ही प्यार करती है और काम करने के अन्य कारण हो सकते हैं.
2. हमने जीवन में विलासिता छोड़ दी ताकि मैं बच्चों के साथ घर पर रह सकूं
- इस तरह की बात भी कामकाजी मां से नही की जानी चाहिये. मुमकिन है कि वह जो काम कर रही है वह विलासिता के लिये नही बल्कि अपने और अपने बच्चों के जीवन यापन के लिये कर रही हो. इसलिये इसके प्रयोग से भी बचना चाहिये.
3. मुझे आश्चर्य है कि आप काम पर वापस चली गई
- अगर किसी मां को यह बात कही जायें तो उसे बहुत बुरा लगेंगा. हर मां के लिये उसका बच्चा बहुत महत्वपूर्ण होता है. यह बात कहने से पता चलता है कि उस मां ने अपने काम के आगे अपने बच्चों को महत्व नही दिया.
4. क्या अपने आप को अपने दोषी महसूस नही कर रही है कि आप उन विशेष क्षणों में मौजूद नही है.
5. आप अपने बच्चों को लेकर चितिंत नही है
- आमतौर पर इस तरह की बात कामकाजी मां को सुनने को मिलती है कि वह अपने बच्चों के लिये चितिंत नही है. यही वजह है कि वह अपने बच्चों को छोड़ कर आफिस में चली जाती है. यह बात भी किसी महिला को बोलने से बचना चाहिये.
6. काम और बच्चों के बीच आप संतुलन नही बैठा पाती है
- किसी भी कामकाजी मां से यह बात नही करना चाहिये कि वह काम और बच्चों के बीच संतुलन बैठाने नही पा रही है. हर कामकाजी मां अपने स्तर पर इस तरह की पूरी कोशिश करती है कि वह अपने बच्चों के साथ ज्यादा से ज्यादा समय गुज़ारे.
7. मैं अगर आप की जगह होती तो काम नही कर पाती
- यह बात भी किसी के लिये भी ठेस पहुंचाने वाली हो सकती है लेकिन एक मां के लिये जो अपने बच्चों को घर पर छोड़ कर आयी है उसे यह दुख पहुंचाती है