हेयर कलर कराने के 7 नुकसान

बालों का रंग बदलना एक ट्रेंडी और आकर्षक विकल्प हो सकता है, जो आपको एक नया लुक देता है और आत्मविश्वास बढ़ाता है। हेयर कलरिंग के कई फायदे हो सकते हैं, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी है। तो आइए जानते है, हेयर कलर कराने के 7 प्रमुख नुकसान

बालों का टूटना

हेयर कलर में पाए जाने वाले केमिकल्स, जैसे अमोनिया और ब्लीच, बालों की क्यूटिकल को कमजोर कर देते हैं। जो बालों को कमजोर कर देता हैं. जिससे उनके टूटने का खतरा बढ़ जाता है।

स्कैल्प मे खुजली

हेयर डाई में मौजूद कुछ रसायन, जैसे परफ्यूम, अमोनिया, और अन्य सिंथेटिक घटक, स्कैल्प की त्वचा को नुकसान पहुंचाते हैं। केमिकल्स के कारण स्कैल्प पर जलन, खुजली, और सूजन हो सकती है।

एलर्जी

हेयर डाई में पीपीडी जैसे केमिकल्स होते हैं, जो त्वचा पर एलर्जिक रिएक्शन का कारण बन सकते हैं। एलर्जी होने पर स्कैल्प और चेहरे पर लाल चकत्ते, सूजन, और खुजली हो सकती है। यह एलर्जी गंभीर भी हो सकती है।

बालों का प्राकृतिक रंग

हेयर कलर में मौजूद ब्लीचिंग एजेंट्स बालों के प्राकृतिक रंग को हल्का कर देते हैं और इसके मूल रंगद्रव्य को प्रभावित करते हैं। बार-बार कलरिंग करने से बालों का प्राकृतिक रंग फीका पड़ जाता है और उन्हें प्राकृतिक रूप में वापस लाने में समय लगता है।

दो-मुंहे बाल

हेयर कलर में मौजूद केमिकल्स बालों की नमी को छीन लेते हैं, जिससे बालों की निचली परतें कमजोर हो जाती हैं और उनमें दो-मुंहापन आ जाता है। बालों का सिरा दो भागों में बंटने लगता है और बाल रूखे, नाजुक और कमजोर हो जाते हैं।

बालों का झड़ना

केमिकल हेयर कलर का बार-बार उपयोग बालों की जड़ों को कमजोर कर देता है, जिससे बाल टूटने और झड़ने लगते हैं। हेयर कलरिंग के कारण बालों का विकास धीमा हो जाता है और बाल पतले होने लगते हैं।

बालों का रंग

बार-बार कलर करने से बालों का रंग असमान हो सकता है, क्योंकि कलर बालों के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग तरह से जमा हो जाता है। बालों में पैची और असमान रंग दिखाई देता है, जिससे वे अस्वाभाविक और अनाकर्षक दिखते हैं।