क्या सच में महिलायें अच्छी ड्राइवर नहीं होती?

आज हर जगह हमको gender equality की बातें सुनने को मिलेंगी. लेकिन बातों बातों में ही एक विषय पर महिलाओं को मज़ाक का पात्र बनाया जाता है, ड्राइविंग. आपने बहुत सारे मीम देखे होंगे जिनमें महिलाओं की ड्राइविंग को निशाना बनाया जाता है. तो क्या सच में महिलायें बुरी ड्राइवर होती हैं? आइए जानते हैं ( (Sky News: global giving)

Statistically

अगर हम सड़क मंत्रालय के रिकॉर्ड उठा कर देखें तो आप देखेंगे महिला ड्राइवरज़ के हादसे के आंकड़े पुरुष ड्राइवरज़ के आँकड़ों से बहुत कम हैं. तो आँकड़ों के हिसाब से तो महिलायें अच्छी ड्राइवरज़ हैं. (Image Credit: Sky News)

2. Traffic rules

महिलायें ट्रैफिक रूलज़ को पुरुषों के मुकाबले ज़्यादा फॉलो करती हैं. सीट बेल्ट लगाने, हेल्मेट पहनने जैसे बेसिक रूल महिलायें पुरुषों से ज़्यादा फॉलो करती हैं. (Image Credit: The economic times)

Drunk ड्राइविंग

अगर आंकड़े उठा कर देखा जाये तो महिलाओं नशा करके ड्राइविंग करने के केस पुरषों से कहीं ज़्यादा हैं. औरतें मर्दों के मुकाबले ज़्यादा जिम्मेदार ड्राइवर होती हैं (Image Credit: The New Yorker)

Road rage

रोड रेज के केस में भी पुरुषों का रिकॉर्ड महिलाओं से खराब है. औरतें हादसा होने पर ज़्यादा ज़िम्मेदारी से पेश आती हैं और झगड़ा करने की बजाय बातचीत करके समाधान करने को पहल देती हैं. (Image Credit: Global Giving)

Multitasking and focusing

शोध में पाया जा चूका है फोकस के मामले में औरतें पुरषों से बेहतर हैं। पुरुष गाड़ी चलाते समय फोन इस्तेमाल करने की वजह से अपने साथ साथ दूसरों की जान भी जोखिम में डाल देते हैं। वहीँ औरत अपने बेहतर फोकस की वजह से कई हादसों को होने से रोक देते है। (Image Credit: the independent)