Breaking Stereotypes: कैसे मर्द वाले जेंडर रोल को तोड़ कर equal autonomy वाली society बनाएं

society में मर्द को हमेशा provider, protector और authority figure की तरह देखा जाता हैं। पर अब हमे equal responsibility और rights शेयर करने वाली सोसाइटी चाहिए। तो आइए, उन stereotype को तोड़े।

Photo Credit : freepik

अपनी कंपनी और खुद को embrace करें

अक्सर men को जिम्मेदारी के चलते खुद को समय देना समझ पाने का मौका नहीं मिलता हैं। लेकिन जब आप जिम्मेदारी को बांटना सीखेंगे तो आप खुद को समय देना भी सीख पाएंगे।

Photo Credit : freepik

रोना और थक जाना कमजोरी नहीं

आदमी को हमेशा rigid और स्ट्रॉंग रहने को कहा जाता हैं। ऐसी धारणा की toxic masculinity को बढ़ावा देती हैं। vulnerability को स्वीकार करना equality की दिशा में बड़ा कदम हैं।

Photo Credit : freepik

खुलकर अपने साथ जीना और नेचर को समझना भी सीखें

अक्सर काम में उलझे न रहे। जब आप अकेलेपन को इन्जॉय करेंगे तो आप अपने आसपास के लोगों को भी स्पेस और equal sharing का मतलब समझेंगे।

Photo Credit : freepik

Stay-At -Home पापा बनकर जेन्डर रोल stereotype को तोड़ें

अपने बच्चों के साथ समय बिताना और उन्हें समझना भी जरूरी हैं। Equal parenting से बच्चों को बैलेन्स्ड वैल्यू मिलती हैं और आप stereotypes को भी ब्रेक कर पाते हो।

Photo Credit : freepik

घर का काम और Care-Giver मेरे पापा भी

जब पुरुष भी घर का काम और बच्चों का ध्यान रखते हैं, तो महिलाओं को प्रोफेशनल ऑटोनमी मिलती हैं। और आप बच्चों के लिए बहुत खास पेरेंट्स भी बनते हैं।

Photo Credit : freepik

ईमोशनल ओपननेस पार्टनर को अच्छा महसूस कराती हैं

अपने पार्टनर के सामने अपने दिल की बात कहना और उसे महसूस करना दोनों को मदद करता हैं। एक खुली किताब को पढ़ना आसान होता हैं न की पैक और बंद किताब को।

Photo Credit : freepik

दोस्तों को भी Positive Masculinity के बारे में सिखाएं

अपने दोस्तों को अपने experience और जो आप observe करते हैं जरूर बताएं। ओपन कम्यूनिकेशन आपकी मेंटल हेल्थ और peace के लिए भी अच्छा हैं। Happy Men's Day

Photo Credit : freepik