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Anorgasmia: जानिए महिलाओं में होने वाले अनोर्गैस्मिया से जुड़ी ये 5 बातें

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Swati Bundela
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अनोर्गैस्मिया एक मेडिकल टर्म है जिसका मतलब है काफी ज़्यादा सेक्सुअल स्टिमुलेशन के बाद भी ओर्गास्म रीच ना करे पाना। ये काफी गंभीर समस्या है क्योंकि ओर्गास्म का आभाव आपके स्ट्रेस लेवल्स को बढ़ा देता है और आपके रिलेशनशिप पे भी गलत असर कर सकता है। महिअलों में अनोर्गैस्मिया की समस्या मर्दों के मुकाबले ज़्यादा होती है, विशेष कर मेनोपॉज़ से गुज़र चुकी महिलाओं के लिए। अनोर्गैस्मिया का डायरेक्ट लिंक है आपके सेक्सुअल फ़्रस्ट्रेशन से इसलिए इससे जुड़ी सभी बातें आपको पता होनी चाहिए । जानिए इससे जुड़ी ये 5 बातें:

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1. क्या है अनोर्गैस्मिया के प्रकार?



अनोर्गैस्मिया अलग अलग-अलग प्रकार का हो सकता है जैसे की लाइफलॉन्ग अनोर्गैस्मिया जिसका मतलब है आपका कभी ओर्गास्म न अचीव कर पाना, अक्वायर्ड अनोर्गैस्मिया जिसका मतलब है क्लाइमेक्स रीच करने में हो रही परेशानियां और सीटुएशनल अनोर्गैस्मिया जिसका मतलब है कुछ स्पेसिफिक सिचुएशन में ओर्गास्म अचीव कर पाना जैसे की ओरल सेक्स या मास्टरबैशन के बाद।

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2. क्या है अनोर्गैस्मिया के फिजिकल कॉसेस?



अनोर्गैस्मिया की बहुत सारी वजह हो सकती है। फिजिकल कॉसेस का हिस्सा है पार्किंसन डिजीज या मल्टीप्ल स्क्लेरोसिस, कैंसर सर्जरीज़, ब्लड प्रेशर या एंटी डेप्रेसेंट्स के मेडिकेशन, ज़रूरत से ज़्यादा अल्कोहल का सेवन और स्मोकिंग या फिर बढ़ती हुई उम्र। मीनोपॉज के बाद विशेष कर आपके एस्ट्रोजन लेवल्स घटते चले जाते हैं जिस कारण अनोर्गैस्मिया का खतरा बढ़ जाता है।
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3. क्या है अनोर्गैस्मिया के सायकोलॉजिकल कारण?



कई तरह की
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सायकोलॉजिकल कारणों के वजह से भी आपको ओर्गास्म रीच करने में प्रॉब्लम हो सकती है। अगर आप एंग्जायटी या डिप्रेशन की शिकार हैं, या फिर किसी पुराने सेक्सुअल अब्यूस से गुज़र चुकी हैं तो आपको अनोर्गैस्मिया की समस्या हो सकती है। कभी-कभी रिलेशनशिप में प्रोब्लेम्स के कारण भी आपको अनोर्गैस्मिया हो सकता है। अगर आप अपने पार्टनर के साथ कम्युनिकेशन और कनेक्शन में लैक कर रही हैं तो आपको अनोर्गैस्मिया हो सकता है।

4. क्या है अनोर्गैस्मिया की लाइफस्टाइल ट्रीटमेंट?

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अनोर्गैस्मिया को ट्रीट करने के लिए आप अपनी लाइफस्टाइल में सुधार कर सकती हैं। अपनी बॉडी को बेहतर समझने की कोशिश करें। ये ध्यान दें की कहाँ टच करने से आपकी बॉडी में सेक्सुअल स्टिमुलेशन बढ़ता है। आप चाहे तो इसके लिए कपल काउंसलिंग भी करवा सकती हैं।

5. क्या है अनोर्गैस्मिया की मेडिकल ट्रीटमेंट?



अनोर्गैस्मिया को ट्रीट करने के लिए ये ज़रूरी है आपकी पहले की कोई मेडिकल कंडीशन को ट्रीट किया जाए। अगर आप मीनोपॉज से गुज़र चुकी हैं तो अपने एस्ट्रोजन लेवल्स को बढ़ाने के लिए आप पोस्ट मेनोपॉज़ल वीमेन के लिए होने वाली एस्ट्रोजन थेरेपी भी करवा सकती हैं। अपने डॉक्टर से सलाह ले कर सही थेरेपी को चुनें।
सेहत
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