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Female Teachers in India : हमेशा से ही हम इंडिया में हर चीज़ में जेंडर को लेकर गैप देखते आये हैं। चाहें वो लड़कियों के स्कूल जाने को लेकर हो या वैक्सीन लगने को लेकर। इंडिया में लेकिन पहली बार अब पुरुषों से ज्यादा महिला टीचर्स हैं। यूनिफाइड डिस्ट्रिक्ट इनफार्मेशन सिस्टम के मुताबित टोटल 96.8 लाख टीचर्स में से 49.2 लाख महिलाएं हैं।
2012 के मुकाबले महिला टीचर्स के ज्यादा तेज़ी से बड़ी है पुरुषों के मुकाबले जिसके चलते महिलाएं ज्यादा हो गयी हैं। ये टीचर्स प्राइमरी लेवल में ज्यादा देखी गयी हैं महिलाएं प्राइमरी लेवल पर ज्यादा हैं। उप्पेर प्राइमरी लेवल को जब देखा जाये तो मेल टीचर्स ही ज्यादा हैं। जब तक बच्चे उप्पेर प्राइमरी लेवल पर पहुंचते हैं मेल टीचर्स ज्यादा हो जाते हैं और महिलाएं कम हो जाती हैं और इनके बीच का परसेंटेज गैप भी बढ़ता जाता हैं।
ऐसा भी देखा गया है कि सरकारी स्कूल में मेल टीचर्स ज्यादा हैं महिलाओं के मुकाबले और प्राइवेट स्कूल में महिलाओं की संख्या ज्यादा हैं। दिल्ली, तमिल नाडु, पंजाब कुछ ऐसे स्टेट्स हैं जहाँ महिला टीचर्स सबसे ज्यादा हैं।
इंडिया में अभी वैक्सीनेशन ड्राइव जोरो शोरों पर है ऐसे में सामने आ रहा है कि महिलाओं से ज्यादा वैक्सीन पुरुषों को लगी है। 54 % पुरुषों को वैक्सीन लग चुकी है और महिलाओं का दर सिर्फ 46 % है। धीरे धीरे सभी जगह वैक्सीन लगवाने के लिए लोग आगे आ रहे हैं। वैक्सीन लगने की रेट भी बढ़ती जा रही है। एक दिन में 60 लाख के ऊपर लोग वैक्सीन लगवा रहे हैं।
अभी तक इंडिया में सिर्फ 4 स्टेट्स ही ऐसे हैं जहाँ महिलाओं का वैक्सीनेशन का रेट पुरुषों से ज्यादा या बराबर है। ये स्टेट्स हैं केरल, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश। नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑफ़ वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन के चेयर पर्सन डॉक्टर VK पॉल ने वैक्सीन में जेंडर इम्बैलेंस को सामने लाया और आश्वासन दिया कि ऐसा न हो।
कैसे बड़े महिला टीचर्स के नंबर पुरुषों से ज्यादा ?
2012 के मुकाबले महिला टीचर्स के ज्यादा तेज़ी से बड़ी है पुरुषों के मुकाबले जिसके चलते महिलाएं ज्यादा हो गयी हैं। ये टीचर्स प्राइमरी लेवल में ज्यादा देखी गयी हैं महिलाएं प्राइमरी लेवल पर ज्यादा हैं। उप्पेर प्राइमरी लेवल को जब देखा जाये तो मेल टीचर्स ही ज्यादा हैं। जब तक बच्चे उप्पेर प्राइमरी लेवल पर पहुंचते हैं मेल टीचर्स ज्यादा हो जाते हैं और महिलाएं कम हो जाती हैं और इनके बीच का परसेंटेज गैप भी बढ़ता जाता हैं।
सरकारी स्कूल और प्राइवेट स्कूल में टीचर्स का जेंडर रेश्यो क्या है ?
ऐसा भी देखा गया है कि सरकारी स्कूल में मेल टीचर्स ज्यादा हैं महिलाओं के मुकाबले और प्राइवेट स्कूल में महिलाओं की संख्या ज्यादा हैं। दिल्ली, तमिल नाडु, पंजाब कुछ ऐसे स्टेट्स हैं जहाँ महिला टीचर्स सबसे ज्यादा हैं।
क्या वैक्सीन में भी जेंडर गैप हो रहा हैं ?
इंडिया में अभी वैक्सीनेशन ड्राइव जोरो शोरों पर है ऐसे में सामने आ रहा है कि महिलाओं से ज्यादा वैक्सीन पुरुषों को लगी है। 54 % पुरुषों को वैक्सीन लग चुकी है और महिलाओं का दर सिर्फ 46 % है। धीरे धीरे सभी जगह वैक्सीन लगवाने के लिए लोग आगे आ रहे हैं। वैक्सीन लगने की रेट भी बढ़ती जा रही है। एक दिन में 60 लाख के ऊपर लोग वैक्सीन लगवा रहे हैं।
कौन से स्टेट्स हैं जहाँ महिलाएं ज्यादा वैक्सीनेट हुई हैं ?
अभी तक इंडिया में सिर्फ 4 स्टेट्स ही ऐसे हैं जहाँ महिलाओं का वैक्सीनेशन का रेट पुरुषों से ज्यादा या बराबर है। ये स्टेट्स हैं केरल, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश। नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑफ़ वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन के चेयर पर्सन डॉक्टर VK पॉल ने वैक्सीन में जेंडर इम्बैलेंस को सामने लाया और आश्वासन दिया कि ऐसा न हो।