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चीन में H10N3 avian influenza का दुनिया का पहला मानव मामला आया सामने: चीन में बर्ड फ्लू के एक नए प्रकार की पुष्टि हुई है। चीन में रहने वाला एक 41 वर्षीय व्यक्ति बुखार के कारण अस्पताल में भर्ती हुआ था ,उस व्यक्ति में बर्ड फ्लू का एक नया प्रकार सामने आया है। यह दुनिया का पहला मानव मामला है। H10N3 ka pehla human case
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने जिआंगसु (Jiangsu) प्रांत में बर्ड फ्लू के H10N3 स्ट्रेन के साथ मानव संक्रमण का पहला मामला पाया है।
NHC ने एक बयान में कहा कि झेनजियांग (Zhenjiang) शहर के निवासी को कई लक्षण विकसित होने के बाद 28 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 28 मई को H10N3 avian influenza वायरस होने का पता चला था।
हालांकि उस व्यक्ति की स्थिति अब ठीक है और वह अस्पताल से छुट्टी के लिए तैयार है। NHC ने कहा कि दुनिया में इससे पहले H10N3 के मानव संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया था। आज तक, एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस के human-to-human फैलने का कोई सबूत नहीं है।
1997 में हांगकांग में बर्ड फ्लू के दुनिया का पहला मानव मामला सामने आया था, जब वायरस के H5N1 स्ट्रेन से छह लोगों की मौत हो गई थी। बाद में दुनिया भर में सैकड़ों और लोगों की जाने गई थी। विशेष रूप से H7N9 जैसे अत्यधिक जानलेवा वायरस के कारण ये मौतें हुई थी।
इससे पहले इस साल फरवरी में, रूस ने मनुष्यों में H5N8 एवियन इन्फ्लूएंजा (avian influenza) के दुनिया के पहले मामले पाए गए थे। हालांकि अभी यह वायरस लोगों में नहीं फैल रहा है। यह मामला दक्षिणी रूस में एक पोल्ट्री फार्म के वर्कर्स में पाया गया था और फिर तुरंत विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) को सूचित किया गया। H10N3 ka pehla human case
चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने मंगलवार को कहा कि उन्होंने जिआंगसु (Jiangsu) प्रांत में बर्ड फ्लू के H10N3 स्ट्रेन के साथ मानव संक्रमण का पहला मामला पाया है।
क्या है पूरा मामला?
NHC ने एक बयान में कहा कि झेनजियांग (Zhenjiang) शहर के निवासी को कई लक्षण विकसित होने के बाद 28 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 28 मई को H10N3 avian influenza वायरस होने का पता चला था।
हालांकि उस व्यक्ति की स्थिति अब ठीक है और वह अस्पताल से छुट्टी के लिए तैयार है। NHC ने कहा कि दुनिया में इससे पहले H10N3 के मानव संक्रमण का कोई मामला सामने नहीं आया था। आज तक, एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस के human-to-human फैलने का कोई सबूत नहीं है।
1997 में हांगकांग में आया था बर्ड फ्लू का पहला मामला
1997 में हांगकांग में बर्ड फ्लू के दुनिया का पहला मानव मामला सामने आया था, जब वायरस के H5N1 स्ट्रेन से छह लोगों की मौत हो गई थी। बाद में दुनिया भर में सैकड़ों और लोगों की जाने गई थी। विशेष रूप से H7N9 जैसे अत्यधिक जानलेवा वायरस के कारण ये मौतें हुई थी।
इससे पहले इस साल फरवरी में, रूस ने मनुष्यों में H5N8 एवियन इन्फ्लूएंजा (avian influenza) के दुनिया के पहले मामले पाए गए थे। हालांकि अभी यह वायरस लोगों में नहीं फैल रहा है। यह मामला दक्षिणी रूस में एक पोल्ट्री फार्म के वर्कर्स में पाया गया था और फिर तुरंत विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) को सूचित किया गया। H10N3 ka pehla human case