Adulting का कैसे महिलाओं पर प्रभाव पड़ता है?

एडल्टिंग जीवन का एक ऐसा समय है जहां पर आप अपनी जिम्मेदारियां को खुद उठाते हैं। यह लाइफ का कठिन और लर्निंग फेस भी होता है। आइये जानते हैं कि महिलाएं इससे कैसे प्रभावित होती हैं-(Image Credit: iStock)

घर के कामों का बोझ

जब एक महिला एडल्ट हो जाती है तब उसके ऊपर घर की जिम्मेदारियां का बोझ आ जाता है। घर के हर काम की अपेक्षा उनसे ही की जाती है। (Image Credit: iStock)

जेंडर रोल

जब एक महिला एडल्ट हो जाती है तब जेंडर रोल के हिसाब से उनसे अपेक्षा की जाती है कि वह घर के कम करें और बच्चे को संभाले या दूसरों को खुद से ज्यादा अहमियत दे। (Image Credit: iStock)

काम और घर के बीच बैलेंस

एडल्टिंग के दौरान काम और घर के बीच में बैलेंस करते-करते महिलाएं बर्न आउट हो जाती हैं। यह एक बड़ी समस्या है जिसे आजकल की महिलाएं जूझ रही हैं। (Image Credit: iStock)

भावनाओं को प्रगट करने में परेशानी

एडल्टिंग के दौरान बहुत सारी भावनाओं से भी गुजरते हैं। कई बार हम उन्हें व्यक्त नहीं कर पाते हैं और चीजों के ऊपर रिएक्ट करने लग जाते हैं।(Image Credit: iStock)

अपने ख़र्चे खुद उठाना

अपने खर्च खुद उठाने पड़ते हैं। ऐसे में आप जॉब या फिर अपना कोई काम करते हैं। इस दौरान जिम्मेदारियां का बोझ बढ़ जाता है और स्ट्रेस भी आने लगता है। (Image Credit: iStock)

सेल्फ केयर पर ध्यान न दे पाना

घर और जॉब के दौरान खुद पर ध्यान नहीं दे पाते हैं। इसके कारण फिजिकल और मेंटल हेल्थ इफेक्ट होती है जिससे के बाद प्रॉब्लम्स भी आ जाती हैं। (Image Credit: iStock)

दूसरों की जिम्मेदारियां

एडल्टिंग के दौरान आपसे यह अपेक्षा की जाती है कि आप दूसरों का ध्यान रखें और उनकी जरूरत को पहल दें। (Image Credit: iStock)