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Juhi Chawla 5G Video - जूही चावला ने हाल में ही 5G टेक्नोलॉजी को लेकर विरोश दिखाया था और केस दर्ज किया था। ये केस दिल्ली हाई कोर्ट ने डिसमिस कर दिया था और इनको 20 लख रूपए फाइन भरने को भी कहा था। कोर्ट का कहना था कि एक्टर ने ऐसा पब्लिसिटी के लिए किया है।
जूही चावला ने अपने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया जिस में ये कह रही हैं कि सभी जगह इतना ज्यादा शोर हो गया था पिछले दिनों कि हम अपने मन की बात को सुन ही नहीं पाए। इनका कहना है कि में 5G के खिलाफ नहीं हूँ उस से होने वाले नुकसान के खिलाफ हूँ। अगर आप सर्टिफाई करते हैं और सभी जगह पब्लिक डोमेन में डाटा रिलीज़ कर देते हैं कि ये बच्चों के लिए , प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए और पेड़ पौधों के लिए नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
https://twitter.com/iam_juhi/status/1402531320073375747
जुही ने बड़े ही साधारण और हस्ते हुए इस बात को कहा। उनका कहना है कि हम 5G टेक्नोलॉजी को तो वेलकम करते हैं लेकिन उससे होने वाले नुकसान से हमें दिक्कत है।
इनके इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरीके के रिप्लाई आये जैसे कि इन्होंने जूही ने पहले खुद नुक्सानदायक चीज़ों का एड किया है, या फिर इन पर लगे 20 लाख रूपए को ट्रोल किया था। कुछ लोगों ने इनकी बात को सुनकर इनकी साइड भी ली और अपना सपोर्ट दिखाया।
चावला ने भारत में 5जी नेटवर्क की स्थापना की सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय में एक मामला दायर किया था। सूट ने विकिरण के जोखिम पर सवाल उठाया और मांग की कि अधिकारी स्पष्ट करें कि क्या तकनीक जीवित जीवों के लिए खतरा है।
मुकदमे में, चावला ने कहा कि अगर दूरसंचार उद्योग की 5G की योजना एक वास्तविकता बन जाती है, तो इससे पर्यावरण को अपरिवर्तनीय नुकसान होगा और "पृथ्वी पर कोई भी व्यक्ति, पशु, पक्षी, कीट और पौधा जोखिम से बचने में सक्षम नहीं होगा, 24 घंटे दिन, वर्ष में ३६५ दिन, आज की तुलना में १० गुना से १०० गुना अधिक विकिरण के लिए।"
जूही ने क्या 5G को लेकर क्या पोस्ट किया ? Juhi Chawla 5G Video
जूही चावला ने अपने ट्विटर पर एक वीडियो पोस्ट किया जिस में ये कह रही हैं कि सभी जगह इतना ज्यादा शोर हो गया था पिछले दिनों कि हम अपने मन की बात को सुन ही नहीं पाए। इनका कहना है कि में 5G के खिलाफ नहीं हूँ उस से होने वाले नुकसान के खिलाफ हूँ। अगर आप सर्टिफाई करते हैं और सभी जगह पब्लिक डोमेन में डाटा रिलीज़ कर देते हैं कि ये बच्चों के लिए , प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए और पेड़ पौधों के लिए नुकसान नहीं पहुंचाएगा।
https://twitter.com/iam_juhi/status/1402531320073375747
जुही ने बड़े ही साधारण और हस्ते हुए इस बात को कहा। उनका कहना है कि हम 5G टेक्नोलॉजी को तो वेलकम करते हैं लेकिन उससे होने वाले नुकसान से हमें दिक्कत है।
इनके इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर कई तरीके के रिप्लाई आये जैसे कि इन्होंने जूही ने पहले खुद नुक्सानदायक चीज़ों का एड किया है, या फिर इन पर लगे 20 लाख रूपए को ट्रोल किया था। कुछ लोगों ने इनकी बात को सुनकर इनकी साइड भी ली और अपना सपोर्ट दिखाया।
क्या था 5G का पूरा मामला ?
चावला ने भारत में 5जी नेटवर्क की स्थापना की सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए दिल्ली उच्च न्यायालय में एक मामला दायर किया था। सूट ने विकिरण के जोखिम पर सवाल उठाया और मांग की कि अधिकारी स्पष्ट करें कि क्या तकनीक जीवित जीवों के लिए खतरा है।
मुकदमे में, चावला ने कहा कि अगर दूरसंचार उद्योग की 5G की योजना एक वास्तविकता बन जाती है, तो इससे पर्यावरण को अपरिवर्तनीय नुकसान होगा और "पृथ्वी पर कोई भी व्यक्ति, पशु, पक्षी, कीट और पौधा जोखिम से बचने में सक्षम नहीं होगा, 24 घंटे दिन, वर्ष में ३६५ दिन, आज की तुलना में १० गुना से १०० गुना अधिक विकिरण के लिए।"