जानें Sunscreen से जुड़े कुछ मिथकों के बारे में

सनस्क्रीन को व्यापक रूप से धूप से सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इसे लेकर लोगों के बीच में कुछ मिथक और गलतफहमियां भी मौजूद हैं। आइये जानते हैं सनस्क्रीन से जुड़े इन मिथकों की सच्चाई- (Image Credit-Unsplash)

सनस्क्रीन केवल गर्मियों में ही जरूरी है।

रियलिटी: यूवी रेज साल भर मौजूद रहती हैं और वे मौसम की परवाह किए बिना त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं। मौसम चाहे कोई भी हो, हर दिन सनस्क्रीन का उपयोग करना आवश्यक है। (Image Credit-Unsplash)

अगर आपकी त्वचा सांवली है तो आपको सनस्क्रीन की ज़रूरत नहीं है।

रियलिटी: गहरे रंग की त्वचा वाले लोगों में कुछ हद तक नेचुरल एसपीएफ़ होता है, फिर भी उन्हें सन डैमेज और स्किन कैंसर का खतरा होता है। हर किसी के लिए सनस्क्रीन की आवश्यकता होती है, चाहे उनकी त्वचा का रंग कुछ भी हो।(Image Credit-Unsplash)

हाई एसपीएफ़ का मतलब है कि आप अधिक समय तक धूप में रह सकते हैं।

रियलिटी: सनस्क्रीन का एसपीएफ़ यूवी रेज़ को रोकने में इसकी प्रभावशीलता को इंगित करता है, सुरक्षा की अवधि को नहीं। अगर आपको पसीना आ रहा है या आप तैर रहे हैं तो हर दो घंटे या उससे अधिक बार सनस्क्रीन दोबारा लगाना जरूरी है।(Image Credit-Unsplash)

दिन में एक बार सनस्क्रीन लगाना काफी है।

रियलिटी: सनस्क्रीन का इफेक्ट समय के साथ कम हो जाता है, खासकर पानी और पसीने के संपर्क में आने से। पूरे दिन प्रोटेक्शन बनाए रखने के लिए दोबारा सनस्क्रीन लगाना आवश्यक है। (Image Credit-Unsplash)

सनस्क्रीन विटामिन डी प्रोडक्शन को रोकता है।

रियलिटी: जबकि सनस्क्रीन सूरज के संपर्क से विटामिन डी के प्रोडक्शन को कम कर सकता है, आहार और पूरक के संयोजन के माध्यम से पर्याप्त विटामिन डी प्राप्त करना अभी भी संभव है। धूप से प्रोटेक्शन के बेनिफिट्स विटामिन डी की कमी के खतरों से कहीं अधिक हैं। (Image Credit-Unsplash)

अगर आपके मेकअप में एसपीएफ़ है तो सनस्क्रीन ज़रूरी नहीं है।

रियलिटी: एसपीएफ़ वाला मेकअप धूप से प्रोटेक्शन में फायदेमंद हो सकता है, यह आमतौर पर अपने आप में पर्याप्त नहीं है। आपको पर्याप्त सुरक्षा के लिए अपने मेकअप के नीचे एक सही सनस्क्रीन लगाना चाहिए। (Image Credit-Unsplash)

तैरने के बाद वॉटरप्रूफ सनस्क्रीन को दोबारा लगाने की ज़रूरत नहीं है।

रियलिटी: कोई भी सनस्क्रीन पूरी तरह से वॉटरप्रूफ नहीं है और स्विमिंग या पसीना आने के बाद भी वॉटरप्रूफ सनस्क्रीन को फिर से लगाने की जरूरत होती है। दोबारा लगाने पर अधिक जानकारी के लिए लेबल की जाँच करें। (Image Credit-Unsplash)