Golfer Aditi Ashok के बारे में जानिए ये दिलचस्प बातें
टोक्यो ओलिंपिक में पदक से चूक गईं अदिति अशोक का लक्ष्य इस बार पदक हासिल है। आज उनका गोल्फ राउन्ड है। चलिए उनकी कुछ खास बातों के बारे में बात करते हैं।
टोक्यो ओलिंपिक में पदक से चूक गईं अदिति अशोक का लक्ष्य इस बार पदक हासिल है। आज उनका गोल्फ राउन्ड है। चलिए उनकी कुछ खास बातों के बारे में बात करते हैं।
अदिति का जन्म 26 मार्च, 1998 को बैंगलोर कर्नाटक में हुआ है। उनकी उम्र 26 साल है। उन्होंने 5 साल की उम्र में ही गोल्फ में इंटरेस्ट दिखाना शुरू कर दिया था।
अदिति अशोक एलपीजीए फाउंडर्स कप में टी5 पर रहने के बाद टॉप 50 में जगह बनाने वाली पहली भारतीय महिला गोल्फर हैं।
अदिति अशोक ने अपना पहला स्टेट लेवल खिताब 13 साल की उम्र में जीता। उसी साल, उन्होंने राष्ट्रीय एमेच्योर खिताब भी जीता है।
उन्होंने 2016 और 2020 के ओलंपिक में हिस्सा लिया था और टोक्यो 2020 में चौथे स्थान पर रहीं।
उन्होंने एशियाई गेम्स 2023 में सिल्वर मेडल जीतकर देश का नाम रोशन किया है।
उनके माता-पिता ही आमतौर पर 'कैडी' की भूमिका निभाते हैं। गोल्फ में कैडी उस व्यक्ति को बोलते हैं जो गोल्फर का किट बैग संभालता है। 2020 टोक्यो ओलंपिक में उनकी माताजी कैडी के रूप में उनके साथ थीं।
वह सबसे कम उम्र की भारतीय हैं जिन्होंने 'लल्ला ऐचा टूर स्कूल' का टाइटल जीता है।
2015 में इंटरनेशनल यूरोपियन लेडीज एमेच्योर चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल हासिल करने वाली वह पहली एशियाई गोल्फर थीं।
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