जानें Devuthani Ekadashi से जुड़ी कुछ बातें

देवउठनी एकादशी को प्रबोधिनी एकादशी या देवउत्थान एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। यह हिन्दुओं का एक त्योहार है जो कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष के ग्यारहवें दिन (एकादशी) को मनाया जाता है। आइये जानते हैं इसके बारे में कुछ महत्वपूर्ण बातें-(Image Credit - Freepik)

तुलसी विवाह

कई घरों में पवित्र तुलसी के पौधे का भगवान विष्णु से विवाह कराया जाता है। यदि आपके घर में तुलसी का पौधा है, तो आप उसे सजाकर और प्रतीकात्मक विवाह अनुष्ठान कर सकते हैं। (Image Credit - Freepik)

कब है देव उठनी एकादशी और तुलसी विवाह

देव उठनी एकादशी हर वर्ष कार्तिक मॉस के शुक्ल पक्ष के ग्यारहवें दिन एकादशी को मनाई जाती है। इस वर्ष यह त्यौहार 23 नवम्बर को मनाया जा रहा है। (Image Credit - Freepik)

देवउठनी एकादशी व्रत (उपवास)

भक्त अक्सर इस दिन उपवास रखते हैं, इसे अगले दिन (द्वादशी) को तोड़ते हैं। कुछ लोग निर्जला उपवास रखते हैं, जबकि अन्य फल, दूध और कुछ अनाज का सेवन कर सकते हैं। (Image Credit - Healthshots)

प्रसाद

इस दिन प्रसाद के रूप में गन्ने और सिघाड़े को मुख्या रूप से रहा जाता है और उसकी पूजा करके परिवार के लोगों में बांटा जाता है। (Image Credit - Freepik)

भगवान विष्णु को जगाना

मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु अपनी निद्रा से जागते हैं। कई लोग सुबह जल्दी उठकर भगवान विष्णु को जगाने के लिए अनुष्ठान करते हैं। इसमें देवता की मूर्ति या तस्वीर को स्नान कराना, प्रार्थना करना और आरती करना शामिल हो सकता है। (Image Credit - Freepik)

प्रसाद और प्रार्थनाएँ

भक्त भगवान विष्णु को फल, फूल, धूप और मिठाई जैसी विभिन्न वस्तुएँ चढ़ाते हैं। भगवान विष्णु को समर्पित विशेष प्रार्थनाएँ और भजन भी गाए जाते हैं।(Image Credit - Freepik)

दान धर्म के कार्य

देवउठनी एकादशी पर जरूरतमंदों को दान देना और दान-पुण्य के कार्य करना शुभ माना जाता है। इसमें कम भाग्यशाली लोगों को भोजन, कपड़े या पैसे दान करना शामिल हो सकता है। (Image Credit - Freepik)