Women Directors: जानिए भारत की कुछ लोकप्रिय निर्देशकों के बारे में

इन भारतीय महिला निर्देशकों ने जीवन के कुछ अनकही पहलुओं को फिल्मों के रूप में लोगों तक पहुंचाने और उन्हें एक संदेश देने का काम किया हैI इन्होंने अपनी अद्भुत कहानियां से न केवल भारत में बल्कि बाहर भी लोगों का दिल जीता हैI (image credit- Telegraph India)

मीरा नायर

नायर एक चर्चित भारतीय-अमेरिकन निर्देशक है जो अपनी असाधारण एवं अनोखी फिल्मों के लिए जानी जाती हैं। उन्हें सलाम बॉम्बे! जिसके लिए उन्हें कैमरा डी"और का सम्मान मिला और 'मॉनसून वेडिंग' जैसी फिल्मों से अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली। उनकी कहानियां बदलाव पर आधारित हैI

अपर्णा सेन

सेन एक सम्मानित फिल्म निर्देशक हैं जो अपनी अद्भुत कहानियों के लिए जानी जाती है। 36 चौरंगी लेन एवं मिस्टर एंड मिसेस अय्यर जैसी फिल्मों के माध्यम से, वह जटिल संबंधों और सामाजिक समस्या को कुशलता से दिखाती हैI उनकी फिल्में मनुष्य की भावनाओं को खूबसूरती से दर्शाती हैं।

जोया अख्तर

जोया अख्तर आज के दौड़ की लोकप्रिय निर्देशकों में से एक है जिनके फिल्मों के द्वारा हमें खूबसूरत सिनेमैटिक फिल्मों का अनुभव होता है जिसके पीछे छुपी होती है जीवन के प्रति हमारी भावनाएं या जटिलताएं है जैसे की 'जिंदगी ना मिलेगी दोबारा' या 'दिल धड़कने दोI'

मेघना गुलजार

मेघना उन चुनिंदा फिल्म निर्देशकों में से है जिन्होंने सत्य घटनाओं को उसी भावना और संवेदनशीलता के साथ स्क्रीन पर दिखाने का काम किया हैI वह बड़ी कुशलता से अपने फिल्मों के हर पात्र में जान भर देती हैI उन्होंने कुछ असाधारण फिल्में बनाई है जैसे कि तलवार' राजी एवं सेमबहादुरI

सुधा कोंगारा

सुधा कोंगारा भारत की बहुमुखी फिल्म निर्देशक है जो अपने फिल्मों में विविध विषयों में भी भावनाओं के स्तर पर गहराई को दर्शाती हैI जो "साला खड़ूस" और "गुरु" जैसी फिल्मों से स्पष्ट है। कोंगारा ने तमिल सिनेमा के पारंपरिक धारणाओं को चुनौती देते हुए लैंगिक मानदंडों को तोड़ा।

"इंग्लिश विंग्लिश" और "डियर जिंदगी" जैसी हिट फिल्मों के निर्देशन के लिए लोकप्रिय गौरी शिंदे की गहराई के साथ कहानियों को बुनने की अद्वितीय कला है। इंग्लिश विंग्लिश के साथ दर्शक खुद को एक गहरी स्तर पर जोड़ पाए। शिंदे की सामाजिक मुद्दों पर कहानी कहने की कला दिल को छू जाती है।

अश्विनी अय्यर तिवारी

एडवरटाइजिंग में काम करने से लेकर डायरेक्टर बनीं अश्विनी अय्यर तिवारी, उनके फिल्मों के द्वारा दर्शन खुद को कहानी के पात्रों से जोड़ पाते है। उनके निर्देशन में बनी फिल्में जैसे कि नील बटे सन्नाटा और बरेली की बर्फी मनुष्य की भावनाओं को अलग ही स्तर में प्रस्तुत करती है।