Significance of each day of Navratri
नवदुर्गा यानि नौ दुर्गा जहा देवी के नौ रूप होते है। हर दिन दुर्गा के अलग अलग रूप को समर्पित है और हर नौ दिन के अलग महत्व है। (Image Credit: Pinterest)
नवदुर्गा यानि नौ दुर्गा जहा देवी के नौ रूप होते है। हर दिन दुर्गा के अलग अलग रूप को समर्पित है और हर नौ दिन के अलग महत्व है। (Image Credit: Pinterest)
पहले दिन देवी शैलपुत्री की पूजा की जाती है। इस रूप मे देवी पार्वती को हिमालय के पुत्री के रूप मे पूजा जाता है। शैला का मतलब ऊंचाइयों तक पहुंचना और इस दिन देवी शैलपुत्री को पूजते है जिससे हम भी ऊँचाइयाँ तक पहुंचे। (Image Credit: The Times of India)
दूसरे दिन देवी ब्रह्मचारिणी की पूजा की जाती है। देवी ब्रह्मचारिणी देवी पार्वती का ही रूप है जिसमे उन्होंने भगवान शिव को पाने की कठोर तपस्या की थी। यह दिन ध्यान करने और अपने अंदर के डिविनिटी का पता लगाने के लिए जाना जाता है। (Image Credit: Pinterest)
तीसरे दिन देवी चंद्रघंटा को पूजा जाता है। चंद्रघंटा वह रूप है जो देवी पार्वती ने भगवान शिव के साथ विवाह के समय धारण किया था। चंद्र यानि माइन्ड और घंटा का अर्थ है घंटी। यह दिन सभी चीजों से दूर रह कर देवी माँ पर ध्यान केंद्रित करने का प्रतीक है। (Image Credit: Pinterest)
चौथे दिन देवी कुष्मांडा की पूजा की जाती है। कु का अर्थ है छोटा, ऊष्मा का अर्थ है एनर्जी और अनडा का अर्थ है अंडा। कॉस्मिक अंडा से उत्पन्न पूरा यूनीवर्स देवी की एनर्जी से प्रकट हुआ है। इस दिन देवी कुष्मांडा हमे अपनी डिवाइन एनर्जी प्रदान करती है। (Image Credit: Pinterest)
पाँचवे दिन देवी स्कंदमाता की पूजा की जाती है। देवी पार्वती यह रूप मे भगवान कार्तिकेय की माता है। देवी के यह रूप की पूजा करने से धन लाभ और ज्ञान की वृद्धि होती है। (Image Credit: Pinterest)
छठे दिन देवी कात्यायिनी की पूजा होती है। यह देवी का वह रूप है जो राक्षस का विनास करने के लिए धारण किया गया था। उनका जन्म देवताओ के क्रोध से हुआ। उन्होंने ही महिशासहूर का वध किया था। इस दिन हमारे अंदर के शत्रु खत्म होते है। (Image Credit: Pinterest)
सातवे दिन देवी कालरात्रि की पूजा की जाती है। प्रकरतिक दो तरह की होती है, एक भयानक और विनाशकारी वही दूसरी सुंदर और शांत। देवी कालरात्रि देवी का एक भयानक रूप है। कालरात्रि यानि अंधेरी रात को रेप्रिज़ेन्ट करती है। यह रात हमे आराम और सुकून देती है। (Image Credit: Pinterest)
आठवे दिन देवी महागौरी की पूजा की जाती है। देवी महागौरी वह है जो जो सुंदर है, जीवन मे गति प्रदान करती है और स्वतंत्रता देती है। महागौरी सुंदर और शांत प्रकृति को रेप्रिज़ेन्ट करती है। वह एक एसी एनर्जी है जो हमारे जीवन को आगे बढ़ाती है। (Image Credit: Pinterest)
नौवे दिन देवी सिद्धिदात्री की पूजा होती है। सिद्धि का अर्थ होता है पर्फेक्शन। देवी सिद्धिदात्री हमारे जीवन मे पर्फेक्शन लाते है और वह असंभव को संभव बनाती है। (Image Credit: Pinterest)
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