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इंडिया की डेब्यूटांट स्पिनर स्नेह राणा ने कल इंडिया वूमेन बनाम इंग्लैंड वूमेन के एकलौते टेस्ट मैच के पहले ही दिन 3 विकेट अपने नाम किए। 27 वर्षीया स्पिनर की ये सफलता उनके पिता को 2 महीने पहले खोने के बाद आई है। अपने पहले दिन के इस सक्सेस को पोस्ट मैच इंटरव्यू में उन्होंने अपने पिता का नाम किया है।
पोस्ट मैच इंटरव्यू में बात करते स्नेह राणा ने बताया की उन्हें अपनी डेब्यू से पहले प्रैक्टिस मैच में टीम की कप्तान मिताली राज और हेड कोच रमेश पोवार के द्वारा बोलिंग में बहुत कुछ सीखने का मौका भी मिला। अपने डेब्यू के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया की वो पहली बार टेस्ट खेल रही थी और उन्हें अंदाज़ा था की ये वन डे इंटरनेशनल और T20 से काफी अलग होने वाला है। इसलिए उन्होंने अपने गोल्स पर भी काम किया और उस हिसाब से ही प्रैक्टिस की।
अपने इंटरव्यू में राणा ने बताया की जब इंग्लैंड टूर पर जाने वाली टीम का अनाउंसमेंट हुआ था तब जस्ट कुछ दिन पहले ही उन्होंने अपने पिता को खोया था। इसके बाद टीम में उनका नाम आना एक इमोशनल मोमेंट था जिसमे उन्हें अपने पिता की कमी सबसे ज़्यादा महसूस हुई। उन्होंने ये भी बताया की वो चाहती थीं की उनके पिता उनको इंडिया के लिए फिर से खेलता हुआ देखें और जब उन्हें फिर मौका मिला तो वो इस दुनिया से चले गए थे। इसलिए अब से वो जो भी करेंगी वो सब उनको ही समर्पित है।
मैच के बारे में बताते हुए राणा ने बताया की पिच थोड़ी स्लोवर साइड पर थी। लेकिन ये कंडीशंस उनके लिए सूटेबल रहे क्योंकि शुरवात से ही पिच टर्न ऑफर कर रही थी। अपने डेब्यू पर इतना अच्छा प्रदर्शन करने पर स्नेह राणा ने सारा श्रेय अपने परिवार और अपनी मेहनत को दिया।
इंग्लैंड बस 2 विकेट गवा कर 230 पर थी जब दीप्ति शर्मा ने तुरंत 2 विकेट अपने नाम कर लिए। इस तरह सिर्फ 7 वर्ष में इंग्लैंड ने 21 रन पर ही अपने 4 विकेट खो दिए। इस स्तिथि में पहुँचने के पीछे इंडियन स्पिनर्स ने ही अपना योगदान दिया है। विकेट के बारे में बात करते हुए राणा ने बताया की उनके हिसाब से विकेट में ज़्यादा कोई परिवर्तन अब देखने को नहीं मिलेगा और बैटिंग के लिए पिच परफेक्ट रहेगी।
प्रैक्टिस मैच में की थी काफी मेहनत
पोस्ट मैच इंटरव्यू में बात करते स्नेह राणा ने बताया की उन्हें अपनी डेब्यू से पहले प्रैक्टिस मैच में टीम की कप्तान मिताली राज और हेड कोच रमेश पोवार के द्वारा बोलिंग में बहुत कुछ सीखने का मौका भी मिला। अपने डेब्यू के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया की वो पहली बार टेस्ट खेल रही थी और उन्हें अंदाज़ा था की ये वन डे इंटरनेशनल और T20 से काफी अलग होने वाला है। इसलिए उन्होंने अपने गोल्स पर भी काम किया और उस हिसाब से ही प्रैक्टिस की।
2 महीने पहले हुई थी पिता की मौत
अपने इंटरव्यू में राणा ने बताया की जब इंग्लैंड टूर पर जाने वाली टीम का अनाउंसमेंट हुआ था तब जस्ट कुछ दिन पहले ही उन्होंने अपने पिता को खोया था। इसके बाद टीम में उनका नाम आना एक इमोशनल मोमेंट था जिसमे उन्हें अपने पिता की कमी सबसे ज़्यादा महसूस हुई। उन्होंने ये भी बताया की वो चाहती थीं की उनके पिता उनको इंडिया के लिए फिर से खेलता हुआ देखें और जब उन्हें फिर मौका मिला तो वो इस दुनिया से चले गए थे। इसलिए अब से वो जो भी करेंगी वो सब उनको ही समर्पित है।
पिच के बारे में भी की बात
मैच के बारे में बताते हुए राणा ने बताया की पिच थोड़ी स्लोवर साइड पर थी। लेकिन ये कंडीशंस उनके लिए सूटेबल रहे क्योंकि शुरवात से ही पिच टर्न ऑफर कर रही थी। अपने डेब्यू पर इतना अच्छा प्रदर्शन करने पर स्नेह राणा ने सारा श्रेय अपने परिवार और अपनी मेहनत को दिया।
इंग्लैंड ने बनाए 269 रन्स
इंग्लैंड बस 2 विकेट गवा कर 230 पर थी जब दीप्ति शर्मा ने तुरंत 2 विकेट अपने नाम कर लिए। इस तरह सिर्फ 7 वर्ष में इंग्लैंड ने 21 रन पर ही अपने 4 विकेट खो दिए। इस स्तिथि में पहुँचने के पीछे इंडियन स्पिनर्स ने ही अपना योगदान दिया है। विकेट के बारे में बात करते हुए राणा ने बताया की उनके हिसाब से विकेट में ज़्यादा कोई परिवर्तन अब देखने को नहीं मिलेगा और बैटिंग के लिए पिच परफेक्ट रहेगी।