Karwa Chauth 2023: इन हालातों में महिलाएं करवा चौथ का व्रत ना रखें

करवा चौथ सभी शादीशुदा महिलाओं के लिए एक खुशी का त्योहार होता है जहां वह अपने पति के लंबी उम्र के लिए व्रत रखती है लेकिन ऐसे भी कुछ स्वास्थ्य की स्थिति होती है जिनके वक्त महिलाओं का व्रत रखना उचित नहीं। (image credit- Pinterest)

प्रेगनेंसी

गर्भवती महिलाओं को उपवास करने से बचना चाहिए, खासकर पहली और तीसरी ट्रिमेस्टर के दौरान क्योंकि यह बढ़ते फिटस को आवश्यक पोषक तत्वों और ऊर्जा से वंचित कर सकता है जिससे संभावित विकास संबंधी समस्याएं हो सकती है। (image credit- Pinterest)

ब्रेस्टफीडिंग

स्तनपान के दौरान उपवास करने से दूध का उत्पादन और क्वालिटी कम हो सकती है जो शिशु के लिए अपर्याप्त पोषण हो सकता है। स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए संतुलित आहार बनाए रखना महत्वपूर्ण है। (image credit- Pinterest)

मेंस्ट्रूअल साइकिल से जुड़ी समस्या

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) जैसे अनियमित मेंस्ट्रूअल साइकिल वाली महिलाओं को उपवास के दौरान खराब हार्मोनल असंतुलन और पोषण संबंधी कमियों का अनुभव हो सकता है, जिससे उनकी स्थिति और खराब हो सकती है। (image credit- The independent)

डायबिटीज

डायबिटीज, विशेषकर टाइप 1 से पीड़ित महिलाओं को नियमित भोजन और इंसुलिन की आवश्यकता होती है। उपवास से खतरनाक ब्लड शुगर में उतार-चढ़ाव हो सकता है, जिससे हाइपोग्लाइसीमिया या हाइपरग्लाइसीमिया का खतरा बढ़ सकता है। (image credit- Pinterest)

ईटिंग डिसऑर्डर

ईटिंग डिसऑर्डर वाली महिलाओं को उपवास से बचना चाहिए क्योंकि इससे अस्वास्थ्यकर व्यवहार और भोजन और शरीर की छवि से संबंधित साइकोलॉजिकल संकट हो सकता है। (image credit- Nature)

हृदय संबंधी समस्याएं

हृदय रोग या उच्च रक्तचाप जैसी हृदय संबंधी समस्याओं वाली महिलाओं को उपवास से सावधान रहना क्योंकि इससे डिहाईड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन का खतरा बढ़ सकता है जिससे संभावित रूप से उनके हृदय स्वास्थ्य खराब हो सकता है। (image credit- Pinterest)

चेतावनी

प्रदान की जा रही जानकारी केवल सूचनात्मक उद्देश्य से है। कुछ भी प्रयोग में लेने से पूर्व चिकित्सा विशेषज्ञ से अवश्य परामर्श ले।(image credit- Freepik)