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Covid-19 की वैक्सिनेशन आना पूरी दुनिया के लोगों के लिए बहुत ही खुशी की बात है। हालांकि वैक्सिनेशन वितरण के लिए अलग अलग देशों में अलग अलग क्रेटेरिया बनाये गए हैं। जानिए क्या आप ऑस्ट्रेलियन वैक्सिनेशन के क्रेटेरिया द्वारा वैक्सिनेशन के लिए एलिजिबिलिटी क्रेटेरिया में शामिल हैं या नहीं ?
ऑस्ट्रेलिया वैक्सिनेशन के अभी phase 1a में है और phase 1b में आने वाला है।
Phase 1a में बॉर्डर पर काम करने वाले, डॉक्टर्स, नर्स, हॉस्पिटल स्टाफ़ और सभी डिसेबल केयर स्टाफ़ शामिल हैं।
Phase 1b में हॉस्पिटल के बाकी बचे कर्मचारी, बॉर्डर और क्वारंटाइन में काम करने वालों के घर वाले हाई रिस्क वर्कर्स 70 साल से ऊपर के सभी लोग, बीमारी से गुजरने वाले एडल्ट्स।
वैक्सिनेशन सभी के लिए ज़रूरी है पर देशों की सरकारें इस बात पर भी ध्यान दे रहीं हैं कि अगर किसी को जल्दी वैक्सीन लगनी चाहिए तो उसे पहले लगे। इसलिए कुछ ऐसे भी लोग हैं जो अलग अलग बिमारियों से गुज़र रहें हैं तो जानिए इन बिमारियों के लोगों को पहले वैक्सीन दी जायेगी-
ऑस्ट्रेलिया में कुल 4% लोग ही केवल अस्थमा की गंभीर हालत में होते हैं इसलिए पहले सिर्फ गंभीर अस्थमा मरीजों को ही वैक्सीन लगाई जायेगी।
अगर आप रोज़ हाई डोज़ प्रेवेंटर लेते हैं और फिर भी आपको दिन में दो बार रेलिवर् पफर की ज़रूरत होती है तो आप गंभीर अस्थमा मरीज़ हैं। अगर आपको फेफड़ों से जुड़ी कोई भी बीमारी है तो आप वैक्सिनेशन के लिए एलिजिबिलिटी में खरे उतरते हैं।
Covid-19 की वैक्सीन के डोज़ सिर्फ कुछ ही दिल की बीमारियों के मरीजों को लगेगी जैसे कि वल्वूलर हार्ट डिसीज, पुल्मोनरी हाइपरटेंशन इत्यादि । साथ ही ज़रूरत पड़ने पर किसी डॉक्युमेंटेड हार्ट अटैक के मरीज़ को भी वैक्सीन लगाई जा सकती है।
अगर आप को डायबिटीज है तो आप वैक्सीन लगवाने के लिए एलिजिबल हैं क्योंकि डायबिटीज एक काफी गंभीर बीमारी है जिसका अभी तक कोई साबित इलाज नहीं है। इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि आपको टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज है, आप दोनों ही केस में वैक्सीन के लिए एलिजिबल हैं।
यह सार्वजनिक रूप से एकत्रित जानकारी है। यदि आपको किसी विशिष्ट सलाह की आवश्यकता है तो कृपया डॉक्टर से परामर्श करें।
1. ऑस्ट्रेलिया में वैक्सिनेशन
ऑस्ट्रेलिया वैक्सिनेशन के अभी phase 1a में है और phase 1b में आने वाला है।
Phase 1a में बॉर्डर पर काम करने वाले, डॉक्टर्स, नर्स, हॉस्पिटल स्टाफ़ और सभी डिसेबल केयर स्टाफ़ शामिल हैं।
Phase 1b में हॉस्पिटल के बाकी बचे कर्मचारी, बॉर्डर और क्वारंटाइन में काम करने वालों के घर वाले हाई रिस्क वर्कर्स 70 साल से ऊपर के सभी लोग, बीमारी से गुजरने वाले एडल्ट्स।
2. क्या इन बिमारियों के मरीजों को मिलेगी वैक्सीन. ?
वैक्सिनेशन सभी के लिए ज़रूरी है पर देशों की सरकारें इस बात पर भी ध्यान दे रहीं हैं कि अगर किसी को जल्दी वैक्सीन लगनी चाहिए तो उसे पहले लगे। इसलिए कुछ ऐसे भी लोग हैं जो अलग अलग बिमारियों से गुज़र रहें हैं तो जानिए इन बिमारियों के लोगों को पहले वैक्सीन दी जायेगी-
1. अस्थमा
ऑस्ट्रेलिया में कुल 4% लोग ही केवल अस्थमा की गंभीर हालत में होते हैं इसलिए पहले सिर्फ गंभीर अस्थमा मरीजों को ही वैक्सीन लगाई जायेगी।
अगर आप रोज़ हाई डोज़ प्रेवेंटर लेते हैं और फिर भी आपको दिन में दो बार रेलिवर् पफर की ज़रूरत होती है तो आप गंभीर अस्थमा मरीज़ हैं। अगर आपको फेफड़ों से जुड़ी कोई भी बीमारी है तो आप वैक्सिनेशन के लिए एलिजिबिलिटी में खरे उतरते हैं।
2. दिल की बिमारियां
Covid-19 की वैक्सीन के डोज़ सिर्फ कुछ ही दिल की बीमारियों के मरीजों को लगेगी जैसे कि वल्वूलर हार्ट डिसीज, पुल्मोनरी हाइपरटेंशन इत्यादि । साथ ही ज़रूरत पड़ने पर किसी डॉक्युमेंटेड हार्ट अटैक के मरीज़ को भी वैक्सीन लगाई जा सकती है।
3. डायबिटीज
अगर आप को डायबिटीज है तो आप वैक्सीन लगवाने के लिए एलिजिबल हैं क्योंकि डायबिटीज एक काफी गंभीर बीमारी है जिसका अभी तक कोई साबित इलाज नहीं है। इस बात से फर्क नहीं पड़ता कि आपको टाइप 1 या टाइप 2 डायबिटीज है, आप दोनों ही केस में वैक्सीन के लिए एलिजिबल हैं।
यह सार्वजनिक रूप से एकत्रित जानकारी है। यदि आपको किसी विशिष्ट सलाह की आवश्यकता है तो कृपया डॉक्टर से परामर्श करें।