माँ का अपनी बेटी के साथ कैसा रिश्ता होना चाहिए?

भारतीय समाज में मां और बेटी के रिश्ते में भी बहुत पर्दा रखा जाता है लेकिन ऐसा बिल्कुल भी नहीं होना चाहिए। आईए जानते हैं कि एक मां को अपनी बेटी के साथ कैसा रिश्ता स्थापित करना चाहिए-

जज मत करें

मां और बेटी के रिश्ते में जजिंग बिल्कुल भी होनी नहीं चाहिए बल्कि आपको उनके फैसले के पीछे की वजह जानने की कोशिश करनी चाहिए।

इमोशनल सपोर्ट

जब रिश्ते में इमोशनल सपोर्ट मिलता है तब वो ज्यादा स्ट्रांग हो जाता है। एक मां और बेटी के रिश्ते में इमोशनल सपोर्ट होना बहुत जरूरी है ताकि आप हर अच्छे और बुरे समय में उनके साथ दे सके।

बाउंड्रीज के बारे में बात करें

मां और बेटी के रिश्ते में बाउंड्री जरूर होनी चाहिए क्योंकि उन्हें यह समझना चाहिए कि बेटी की भी एक पर्सनल लाइफ है जिसकी आपको रेस्पेक्ट करनी चाहिए।

ज्यादा रोक-टोक मत करें

भारतीय समाज में मां की तरफ से बेटी की तरफ को बहुत ज्यादा रोक लगाई जाती है जिस कारण उनके बीच में एक गैप आने लग जाता है।

उन्हें सुनना चाहिए

मां के पास बेटी से बहुत ज्यादा अनुभव होता है। इसलिए उन्हें हर समय पर बेटी की बातों को ध्यान से सुनना चाहिए और उन्हें यह महसूस करवाना चाहिए कि आप उनके साथ हर समय है

हमेशा प्रोत्साहन करना चाहिए

जब बेटी को मां की तरफ से प्रोत्साहन मिलता है और कभी भी उन्हें किसी बात के लिए रोक नहीं जाता है तो इससे बेटी को बहुत ज्यादा हिम्मत मिलती है और वह अपने सपने की उड़ान को बेखौफ भर सकती है।

हमेशा प्रोत्साहन करना चाहिए

जब बेटी को मां की तरफ से प्रोत्साहन मिलता है और कभी भी उन्हें किसी बात के लिए रोक नहीं जाता है तो इससे बेटी को बहुत ज्यादा हिम्मत मिलती है और वह अपने सपने की उड़ान को बेखौफ भर सकती है।