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Who is Nandini? एक 16 साल की लड़की जो कि 11th क्लास में है और जिसका नाम नंदिनी कटारिया है लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए मदद कर रही है। नंदिनी बड़े और पैसे वाले लोगों से पैसे इक्कठा करती हैं और अलीबाग के गाओं के लोगों को फ्री में वैक्सीन लगवाने की कोशिश करती हैं। इन्होंने 12 लाख रूपए इक्क्ठा किये थे और 1000 से ज्यादा लोगों को फ्री में वैक्सीन लगवाई थी।
इसके लिए नंदिनी लोकल बॉडीज जैसे कि पंचायत और कलेक्टर से कनेक्ट करती हैं जिस से कि इनका काम थोड़ा आसान हो जाता है। 14 जून को नंदिनी एक और ड्राइव ऑर्गनाइस करेंगी जिस में धोकावडे गाओं के उन लोगों को वैक्सीन दी जाएगी जो बंगला वगेरा में काम करते हैं। इन्होंने मुंबई के अपोलो हॉस्पिटल से भी वैक्सीन के लिए कांटेक्ट किया। सभी का मन्ना है कि जब एक इतनी छोटी बच्ची लोगों की वैक्सीन के लिए इतने एफ्फोर्ट्स लगाती है तो उस से लोगों को और मोटिवेशन मिलता है।
अलीबाग के हैंडीकैप और मेंटली चैलेंज्ड लोगों के लिए नंदिनी पैसे इक्क्ठा कर चुकी है और अब उन्हें भी फ्री वैक्सीन दी जाएगी। इसके बाद सासवन गाओं के लोग भी नंदिनी के कांटेक्ट में आये और अब वो वहां के लिए बंगला के मालिकों से पैसे इक्क्ठा कर गरीबों को वैक्सीन लगवाने में मदद करेंगी।
प्रिय पाटिल जो कि कोल्हापुरी की रहने वाली हैं इस कोरोना के समय में लोगों के लिए आगे खड़ी रही हैं। ये सिर्फ 20 साल की है और कॉलेज में पढ़ती है। आजकल कोरोना के चलते लेक्टर्स ऑनलाइन होने के कारण इसके पास टाइम रहता था। ये हमेशा से कोई सोशल वर्क करना चाहती थी और इसको ऐसे काम पसंद हैं।
प्रिया एम्बुलेंस से प्राइवेट अस्पताल से बॉडी लेकर आती हैं और ये हमेशा से कोई सोशल वर्क करना चाहती थीं। इतना ही नहीं ये अस्पताल के स्टाफ को बॉडी रखने में भी मदद करती है। ये जहाँ अंतिम संस्कार किया जाता है वहां शमशान घात जाने के बाद भी कोरोना से मरे हुए लोगों का अंतिम संस्कार में मदद करती है। प्रिया का कहना है कि इनके माता पिता भी उनको ऐसा काम करने में सपोर्ट करते हैं। प्रिया के पिता इंडस्ट्रियल यूनिट में काम करते हैं और इनकी माँ एक इन्शुरन्स एजेंट हैं।
कैसे करती हैं नंदिनी पैसे इक्कठा ?
इसके लिए नंदिनी लोकल बॉडीज जैसे कि पंचायत और कलेक्टर से कनेक्ट करती हैं जिस से कि इनका काम थोड़ा आसान हो जाता है। 14 जून को नंदिनी एक और ड्राइव ऑर्गनाइस करेंगी जिस में धोकावडे गाओं के उन लोगों को वैक्सीन दी जाएगी जो बंगला वगेरा में काम करते हैं। इन्होंने मुंबई के अपोलो हॉस्पिटल से भी वैक्सीन के लिए कांटेक्ट किया। सभी का मन्ना है कि जब एक इतनी छोटी बच्ची लोगों की वैक्सीन के लिए इतने एफ्फोर्ट्स लगाती है तो उस से लोगों को और मोटिवेशन मिलता है।
अलीबाग के हैंडीकैप और मेंटली चैलेंज्ड लोगों के लिए नंदिनी पैसे इक्क्ठा कर चुकी है और अब उन्हें भी फ्री वैक्सीन दी जाएगी। इसके बाद सासवन गाओं के लोग भी नंदिनी के कांटेक्ट में आये और अब वो वहां के लिए बंगला के मालिकों से पैसे इक्क्ठा कर गरीबों को वैक्सीन लगवाने में मदद करेंगी।
ऐसी ही एक और मोटिवेशनल लड़की की स्टोरी
प्रिय पाटिल जो कि कोल्हापुरी की रहने वाली हैं इस कोरोना के समय में लोगों के लिए आगे खड़ी रही हैं। ये सिर्फ 20 साल की है और कॉलेज में पढ़ती है। आजकल कोरोना के चलते लेक्टर्स ऑनलाइन होने के कारण इसके पास टाइम रहता था। ये हमेशा से कोई सोशल वर्क करना चाहती थी और इसको ऐसे काम पसंद हैं।
क्यों और कैसे करती थी प्रिया अंतिम संस्कार ?
प्रिया एम्बुलेंस से प्राइवेट अस्पताल से बॉडी लेकर आती हैं और ये हमेशा से कोई सोशल वर्क करना चाहती थीं। इतना ही नहीं ये अस्पताल के स्टाफ को बॉडी रखने में भी मदद करती है। ये जहाँ अंतिम संस्कार किया जाता है वहां शमशान घात जाने के बाद भी कोरोना से मरे हुए लोगों का अंतिम संस्कार में मदद करती है। प्रिया का कहना है कि इनके माता पिता भी उनको ऐसा काम करने में सपोर्ट करते हैं। प्रिया के पिता इंडस्ट्रियल यूनिट में काम करते हैं और इनकी माँ एक इन्शुरन्स एजेंट हैं।