Independence Day से पहले जानें भारत की इन स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में
आजादी की लड़ाई में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने की बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था और आजादी की मांग की थी लिए आज कुछ महिला स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानते हैं-
आजादी की लड़ाई में पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं ने की बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था और आजादी की मांग की थी लिए आज कुछ महिला स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानते हैं-
प्रमुख महिला स्वतंत्रता सेनानियों में से एक सरोजिनी नायडू भी हैं। उन्होंने महात्मा गांधी के नेतृत्व में इस लड़ाई को लड़ा और बाद में इंडियन नेशनल कांग्रेस की अध्यक्ष भी बनीं।
महात्मा गांधी की पत्नी कस्तूरबा गांधी भी महिला स्वतंत्रता सेनानियों में शामिल हैं। इसके चलते उन्होंने किया आंदोलन में भाग भी लिया और उनकी गिरफ्तारी भी हुई।
ब्रिटिश थियोसोफिस्ट, महिला अधिकार कार्यकर्ता और समाजवादी एनी बेसेंट 1893 में भारत आईं। उन्होंने भी भारतीय आजादी में अपना योगदान दिया। 1914 में उन्होंने एक डेली न्यूजपेपर की शुरुआत की और साथ ही होम रूल लीग की प्रेसिडेंट बनीं।
रानी लक्ष्मी बाई प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में से एक है। अंग्रेजों के साथ हुए युद्ध में उन्होंने बहादुरी से उनका मुकाबला किया लेकिन अंत में हार का सामना करना पड़ा।
अवध की बेगम से मशहूर, बेगम हजरत महल ने भी अंग्रेजों के साथ लड़ाई लड़ी और लखनऊ को अंग्रेजों से वापस ले लिया।
देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू की पत्नी कमला नेहरू ने भी भारत की आजादी की लड़ाई में हिस्सा लिया। उन्होंने नॉन कोऑपरेशन मूवमेंट में महिलाओं को इकट्ठा करके विदेशी कपड़ा और शराब बेचने वाली दुकानों पर धरना दिया।
यहाँ पर हमने कुछ महिलाओं की बात की हैं लेकिन भारत की आजादी में बहुत सारी महिला स्वतंत्रता सेनानियों ने हिस्सा लिया है जिनका बलिदान हमें कभी नहीं भूलना चाहिए।
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