Rani Mukerji's Film Journey: ‘राजा की आएगी बारात’ से ‘मर्दानी 2’ तक रानी मुखर्जी का फिल्मी सफर
रानी मुखर्जी का फिल्मी सफर ‘राजा की आएगी बारात’ से शुरू होकर ‘मर्दानी 2’ तक कैसे पहुंचा? बिना किसी गॉडफादर के उन्होंने बॉलीवुड में अपनी खास पहचान बनाई।
रानी मुखर्जी का फिल्मी सफर ‘राजा की आएगी बारात’ से शुरू होकर ‘मर्दानी 2’ तक कैसे पहुंचा? बिना किसी गॉडफादर के उन्होंने बॉलीवुड में अपनी खास पहचान बनाई।
1998 में ‘गुलाम’ और ‘कुछ कुछ होता है’ जैसी हिट फिल्मों ने उन्हें पहचान दिलाई। टीना के किरदार ने उन्हें हर दिल अजीज बना दिया।
‘साथिया’, ‘हम-तुम’, ‘बंटी और बबली’ जैसी फिल्मों ने रानी को रोमांटिक हीरोइन के रूप में स्थापित किया। उनकी एक्टिंग को खूब सराहा गया।
रानी ने ‘ब्लैक’, ‘नो वन किल्ड जेसिका’ जैसी फिल्मों से यह साबित कर दिया कि वह सिर्फ ग्लैमरस रोल तक सीमित नहीं हैं।
कुछ सालों तक उनकी फिल्में उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाईं, लेकिन रानी ने हार नहीं मानी और अपनी वापसी की तैयारी करती रहीं।
2014 में ‘मर्दानी’ में एक दमदार पुलिस अफसर के रोल में नजर आईं। यह फिल्म न सिर्फ हिट रही बल्कि एक नया ट्रेंड भी सेट कर गई।
2019 में आई ‘मर्दानी 2’ ने फिर से साबित किया कि रानी मुखर्जी बॉलीवुड की सबसे दमदार अभिनेत्रियों में से एक हैं।
रानी ने बिना किसी गॉडफादर के अपनी अलग पहचान बनाई है। आज भी उनके अभिनय और फिल्मों को दर्शक उतना ही पसंद करते हैं।