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बॉलीवुड़ ने हमें कई महान अभिनेता और अभिनेत्रियों से अवगत करवाया। कई लोगों को हमने बस उनके एक्टिंग की वजह से जाना तो कुछ को हमने एक्टिंग और उनके स्वभाव को भी जाना। ये स्वभाव समाज की सेवा, बेझिझक बोलने में और दूसरों की मदद करने में दिखती है। एक ऐसी ही अभिनेत्री हैं कंगना रनौत जिन्होंने बॉलीवुड को हिला दिया। आईये देखते हैं कैसे कंगना रनौत का शुरुआती बॉलीवुड सफ़र आसान नहीं रहा। कंगना ने 2006 में फ़िल्म गैंगस्टर से शुरुआत की। उसके लिए उन्हें फ़िल्मफ़ेरे नेशनल अवार्ड फ़ॉर बेस्ट डेब्यू मिला। इसके बाद का सफर उनके लिये काफ़ी कठिन रहा। उनकी फिल्में नहीं चली और जो भी रोल उन्होंने इस समय में किये, उसके लिए उन्हें काफ़ी ताने मिले। इसके बावजूद भी साल 2014 में उन्होंने क्वीन नामक फ़िल्म की जहां उन्हें काफ़ी प्रशंशा मिली। ये दर्शाता है कि आपको कभी हार नही मनना चाहिए और तूफान में भी डट के खड़े रहना चाहिए।
खुल के बोलने वाला जिगर
कंगना को अपने बेबाक बोलने के लिए जाना जाता है। हृतिक रोशन और अपने रिश्ते के ऊपर उन्होंने जो कुछ भी किया वो दर्शाता है कि वो किसी से नही डरती और अपने साथ हुए गलत भर्तव को नही झेलेगी। आदित्य पंचोली द्वारा किये गए दुष्कर्मो को मीडिया के सामने रखा।वो दूसरी लड़कियों को बाहर आने के लिए प्रेरित करती है। बॉलीवुड में हो रहे नेपोटिसम पे उन्होंने ने ही बेहेस छेड़ी। ये बेबाकपन उनकी शक्ति है और उनकी निडरता दिखाती है।
अपने आप को नई चीज़े करने के लिए मजबूर करना
कहने को तो कंगना एक अभिनेत्री हैं पर 2018 में आई मणिकर्णिका में पहली बार निर्देशन किया और फ़िल्म प्रोड्यूस की। वो नए नए काम करने के लिए उत्सुक हैं और सब में निपुण बनाना चाहती हैं। ये स्वभाव दर्शाता है कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती और ये की आपको अपने आप पे रोक नहीं लगाना चाहिए। अगर आपकी इच्छा है तो आपको आगे बढ़ना चाहिए।
एक्टिंग की बात करें तो अब वो अलग अलग किसम के रोल अदा करती है जैसे क्वीन, तनु वेड्स मनु और सिमरन। उनकी फिल्म करने की कला बहुत ही अलग और आश्चर्यजनक है।
समाज की दिक्कतों को सुलझाना
कंगना की बहन रंगोली एक एसिड अटैक सर्वाइवर हैं और कंगना ने उन लोगों की दिक्कते समझी जो इस से गुज़र रही है और उनकी आर्थिक तौर से सहायता की और उन्हें शरण दिया। ये उनकी महानता दर्शाता है और उनका बद्दप्पन दिखाता है।
बोलने का ढंग नहीं बल्कि आप क्या महसूस करते हैं वो ज़रूरी है
कंगना को उनके अंग्रेज़ी बोलने के अजीब ढंग पे बहुत टिप्पणी झेलना पड़ा। भम्भाला, हिमाचल प्रदेश से आई एक छोटे परिवार की लड़की को जब उसके अंग्रेज़ी बोलने पे कहा गया, बुरा मानने के बजाए उहनों ये भाषा सीखी और अब वो इस भाषा में काफ़ी सरल तरह बोल लेती हैं और उन्होंने लोगों को ये बता दिया कि जो आप महसूस करते हैं, उसकी तीव्रता आप अपने बोलने के ढंग से कम नहीं कर सकते।
खुल के बोलने वाला जिगर
कंगना को अपने बेबाक बोलने के लिए जाना जाता है। हृतिक रोशन और अपने रिश्ते के ऊपर उन्होंने जो कुछ भी किया वो दर्शाता है कि वो किसी से नही डरती और अपने साथ हुए गलत भर्तव को नही झेलेगी। आदित्य पंचोली द्वारा किये गए दुष्कर्मो को मीडिया के सामने रखा।वो दूसरी लड़कियों को बाहर आने के लिए प्रेरित करती है। बॉलीवुड में हो रहे नेपोटिसम पे उन्होंने ने ही बेहेस छेड़ी। ये बेबाकपन उनकी शक्ति है और उनकी निडरता दिखाती है।
अपने आप को नई चीज़े करने के लिए मजबूर करना
कहने को तो कंगना एक अभिनेत्री हैं पर 2018 में आई मणिकर्णिका में पहली बार निर्देशन किया और फ़िल्म प्रोड्यूस की। वो नए नए काम करने के लिए उत्सुक हैं और सब में निपुण बनाना चाहती हैं। ये स्वभाव दर्शाता है कि सीखने की कोई उम्र नहीं होती और ये की आपको अपने आप पे रोक नहीं लगाना चाहिए। अगर आपकी इच्छा है तो आपको आगे बढ़ना चाहिए।
एक्टिंग की बात करें तो अब वो अलग अलग किसम के रोल अदा करती है जैसे क्वीन, तनु वेड्स मनु और सिमरन। उनकी फिल्म करने की कला बहुत ही अलग और आश्चर्यजनक है।
समाज की दिक्कतों को सुलझाना
कंगना की बहन रंगोली एक एसिड अटैक सर्वाइवर हैं और कंगना ने उन लोगों की दिक्कते समझी जो इस से गुज़र रही है और उनकी आर्थिक तौर से सहायता की और उन्हें शरण दिया। ये उनकी महानता दर्शाता है और उनका बद्दप्पन दिखाता है।
बोलने का ढंग नहीं बल्कि आप क्या महसूस करते हैं वो ज़रूरी है
कंगना को उनके अंग्रेज़ी बोलने के अजीब ढंग पे बहुत टिप्पणी झेलना पड़ा। भम्भाला, हिमाचल प्रदेश से आई एक छोटे परिवार की लड़की को जब उसके अंग्रेज़ी बोलने पे कहा गया, बुरा मानने के बजाए उहनों ये भाषा सीखी और अब वो इस भाषा में काफ़ी सरल तरह बोल लेती हैं और उन्होंने लोगों को ये बता दिया कि जो आप महसूस करते हैं, उसकी तीव्रता आप अपने बोलने के ढंग से कम नहीं कर सकते।