दीया मिर्जा की शादी: अभिनेत्री दिया मिर्जा ने 15 फरवरी को वैभव रेखी से पूरे रस्मों-रिवाज़ के साथ शादी कर ली।
एक इंस्टाग्राम पोस्ट में संयुक्त राष्ट्र की राजदूत (UN ambassador) ने दीया मिर्जा की शादी पर अपने विचार साझा करते हुए लिखा कि "चेंज की शुरूआत खुद की चॉईस से होती है।" यही टाइम है कि हम आँख बंद करके लंबे समय से फॉलों करते आ रहे परंपराओं को खत्म कर नए ट्ऱडिशन्स को जो आज के टाइम में फिट बैठते हो, उन्हें अपनाएं। जब एक महिला और पुरुष शादी के बंधन में बंधते हैं तब केवल उनका प्यार और उनकी दोस्ती दिखे ना कि अनचाहे नियम और ट्रडिशन। दीया मिर्जा ने अपनी शादी के ज़रिए वाकई एक नया एग्जाम्पल सेट किया है जो कई लोगों को अट्रेक्ट भी कर रहा है।
दीया मिर्जा की शादी ने सेट किये ये 5 खूबसूरत वेडिंग गोल्स (diya mirza ki shadi )
1. ये शादी पंडित ने नही बल्कि पंडिताइन ने करवाई है
दीया मिर्जा की शादी से शेयर की गई तस्वीरों में, हम उन्हें अपने पति के साथ लाल सुंदर-सी साड़ी में पूजा करते हुए देख सकते हैं और पूजा करवाने वाली एक पंडिताइन है। ये पंडिताइन दीया मिर्जा की बचपन की सहेली की रिलेटिव हैं जिनका नाम शीला अट्टा है। दीया मिर्जा ने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में कहा, "हमारे लिए सबसे बड़ी बात एक महिला पुजारी द्वारा आयोजित वैदिक समारोह था।" उन्होनें कहा कि एक महिला की आत्मा में प्यार, आश्चर्य, विश्वास, जादुई ऊर्जा, कोमलता और गहरी सहानुभूति होती है।
2.प्लास्टिक और कचरा फ्री शादी
UN Environment Goodwill Ambassador के रूप में, दीया मिर्जा हमेशा क्लाइमेट क्राइसेस और लाइफ के नए तरीकों पर बात करते हुए पाई गई है ताकि हम पृथ्वी को बचाएं। उन्होने अपनी शादी में भी यही प्रेक्टिस किया और प्लास्टिक और कचरा फ्री शादी कर एक नया तरीका सबलोगों को दिया है। दीया मिर्जा ने कहा कि उनकी शादी में कम सजावट की गई थी जो पूरी तरह से बायोडिग्रेडेबल और नेचुरल था।
3.कन्यादान करवाने से किया इंकार
दीया मिर्जा ने कन्यादान के ट्रडिशन को करवाने से बिल्कुल इंकार कर दिया जिसमें एक दुल्हन को उसके पिता या माँ द्वारा दूल्हे को दिया जाता है। यह एक एग्जाम्पल सेट करता है क्योंकि एक महिला को एक पुरुष के लिए 'दिया' जाने का विचार काफी गलत-सा है। शादी दो लोगों को एक बंधन में बांधती है और दोनों को एक-दूसरे के लिए समान रूप से जिम्मेदार होना चाहिए।
4.बिदाई भी नही हुई
एक और ऐसे ट्रडिशन को दीया मिर्ज़ा ने ना कहा जिसमें एक दुल्हन अपने पति के घर के लिए अपने पिता का घर छोड़ देती है। जी हां, विदाई। क्योकि सवाल ये है कि आज के टाइम में भी ऐसा रिवाज क्यों होना चाहिए जब महिलाएं शादी के बाद अपने माता-पिता के साथ रहना चुन सकती हैं?
5.एक इंटिमेट शादी जिसमे केवल मौजूद थे दोस्त और परिवार के करीबी लोग
भारत में शादियों को एक ग्रेंड तरीके से मनाया जाना सही माना जाता है। अधिकांश लोग आँख बंद करके इस चीज़ को फॉलो करते हैं औऱ उन लोगों के जमावड़े की मेजबानी करते हैं जिन्हें वे ठीक से जानते भी नही हैं। विशेष रूप से इन समय के दौरान जब महामारी अभी भी खत्म नहीं हुई है, यह जरूरी है कि हम शादियों में बेवजह भीड़ इकट्ठी ना करें। इन सब को ध्यान में रखते हुए दीया मिर्जा ने अपने लॉन में अपने करीबी दोस्तों और परिवार के सदस्यों के बीच ही शादी की। (दीया मिर्जा की शादी)