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आपके घर से बाहर कि दुनिया कुछ टाइम के लिए पूरी तरह से बंद होगयी है । न कोई मूवी हॉल, रेस्टोरेंट, मॉल या लोकल बसेस कुछ भी ओपन नहीं है । अब इतने टाइम को यूज़ करने के लिए आपको कुछ प्रोडक्टिव तो करना ही पड़ेगा । तो क्यों न हम अपनी लाइफस्टाइल के बारे में ही थोड़ा सोचलें ? तो चलिए जानते है कुछ ऐसी हैबिट्स के बारे में जिनकी आदत हमे सोशल डिस्टन्सिंग ने लगवाई है लेकिन उन्हें आगे कंटिन्यू करने में कुछ बुराई भी नहीं है :
जितने भी लोग ये पढ़ रहे होंगे, ये तो मानते ही होंगे कि हम पहले इतनी ज़्यादा सफाई से हाथ नहीं धोते थे । अपने हाथों को साफ़ रखने हमारी प्रायोरिटी लिस्ट में नहीं होता था । पर ये एक ऐसी हैबिट है जो हमें इंटरनलाइज़ कर लेनी चाहिए । सिर्फ कोरोनावायरस ही ऐसी बीमारी नहीं है जो इससे फैलती है, बल्कि ज़्यादातर साड़ी बीमारियां गंदे हाथों से खाना खाने कि वजह से फैलती हैं ।
हाथ बार -बार धोने पर भी हमे याद रहता है की हमें पानी को वेस्ट नहीं करना है। हाथ धोते टाइम भी आपको पानी ऑन रखने की ज़रुरत नहीं होती। ये एक परफेक्ट टाइम है पानी न वेस्ट करने को अपनी एक आदत बनाने का । और इसको आदत बनाने के लिए एक बात याद रखिये : कोरोनावायरस से बचने के लिए पानी ही आपकी सबसे ज़्यादा हेल्प करेगा । तो आप जितना पानी बचाएगे उतनी ही बार हाथ भी धो पाएंगे ।
अब क्यूंकि बाहर का खाना तो बंद हो गया तो ज़ाहिर सी बात है आप सब घर का खाना ही खा रहे होंगे । तो अब टाइम आ गया है इस अच्छी चीज़ को अपनी हैबिट बनाने का । डेली बाहर खाना हेल्थ के लिए अच्छा नहीं होता है । कुकिंग एक लाइफ - स्किल है तो हर इंसान को आनी ही चाहिए । वरना कोरोनावायरस जैसी सिचुएशन में, जहा ना तो आपका कुक आएगा और न ही कोई रेस्टोरेंट खुला , आप क्या खाएंगे ? घर का खाना हैल्थी और इकोनोमिकल दोनों होता है ।
अगर आप ऑफिस नहीं जा रहे है, तो आपके पास घर का कामना करवाने का कोई बहाना भी नहीं है । मेड के ना आने पर कुकिंग, बर्तन धोना, कपडे धोना, डस्टिंग का काम सिर्फ एक इंसान पर छोड़ देना सही नहीं है । सिर्फ इस पान्डेमिक के एन्ड होने तक ही क्यों ? आप घर के काम में हेल्प हमेशा करा सकते हैं और ये आपकी मम्मी/ पापा या आपके पार्टनर को भी अच्छा लगेगा ।
घर में रहने का मतलब पूरा दिन इलेक्ट्रिसिटी वेस्ट करना नहीं होता । हम इंडियंस अपने ' बिजली के बिल' को बहुत सीरियसली लेते हैं । घर के बड़े लोग हमेशा ये प्रेफर करते है की सब मेंबर्स एक ही रूम में बैठे ताकि इलेक्ट्रिसिटी सेव हो । ये एक बुरा आईडिया भी नहीं है । मेरे ख़याल से ये हम सबकी लिफेलॉन्ग हैबिट होनी चाहिए । इसका एक और फायदा होगा , इससे आप सोशल डिस्टन्सिंग ख़तम होने के बाद भी अपनी फॅमिली के साथ टाइम स्पेंड करेंगे ।
1 . हाथों को साफ़ रखना
जितने भी लोग ये पढ़ रहे होंगे, ये तो मानते ही होंगे कि हम पहले इतनी ज़्यादा सफाई से हाथ नहीं धोते थे । अपने हाथों को साफ़ रखने हमारी प्रायोरिटी लिस्ट में नहीं होता था । पर ये एक ऐसी हैबिट है जो हमें इंटरनलाइज़ कर लेनी चाहिए । सिर्फ कोरोनावायरस ही ऐसी बीमारी नहीं है जो इससे फैलती है, बल्कि ज़्यादातर साड़ी बीमारियां गंदे हाथों से खाना खाने कि वजह से फैलती हैं ।
2 . पानी बचाना
हाथ बार -बार धोने पर भी हमे याद रहता है की हमें पानी को वेस्ट नहीं करना है। हाथ धोते टाइम भी आपको पानी ऑन रखने की ज़रुरत नहीं होती। ये एक परफेक्ट टाइम है पानी न वेस्ट करने को अपनी एक आदत बनाने का । और इसको आदत बनाने के लिए एक बात याद रखिये : कोरोनावायरस से बचने के लिए पानी ही आपकी सबसे ज़्यादा हेल्प करेगा । तो आप जितना पानी बचाएगे उतनी ही बार हाथ भी धो पाएंगे ।
3 . घर का खाना
अब क्यूंकि बाहर का खाना तो बंद हो गया तो ज़ाहिर सी बात है आप सब घर का खाना ही खा रहे होंगे । तो अब टाइम आ गया है इस अच्छी चीज़ को अपनी हैबिट बनाने का । डेली बाहर खाना हेल्थ के लिए अच्छा नहीं होता है । कुकिंग एक लाइफ - स्किल है तो हर इंसान को आनी ही चाहिए । वरना कोरोनावायरस जैसी सिचुएशन में, जहा ना तो आपका कुक आएगा और न ही कोई रेस्टोरेंट खुला , आप क्या खाएंगे ? घर का खाना हैल्थी और इकोनोमिकल दोनों होता है ।
4 .घर के काम में बटवारा
अगर आप ऑफिस नहीं जा रहे है, तो आपके पास घर का कामना करवाने का कोई बहाना भी नहीं है । मेड के ना आने पर कुकिंग, बर्तन धोना, कपडे धोना, डस्टिंग का काम सिर्फ एक इंसान पर छोड़ देना सही नहीं है । सिर्फ इस पान्डेमिक के एन्ड होने तक ही क्यों ? आप घर के काम में हेल्प हमेशा करा सकते हैं और ये आपकी मम्मी/ पापा या आपके पार्टनर को भी अच्छा लगेगा ।
5 . बिजली बचाना
घर में रहने का मतलब पूरा दिन इलेक्ट्रिसिटी वेस्ट करना नहीं होता । हम इंडियंस अपने ' बिजली के बिल' को बहुत सीरियसली लेते हैं । घर के बड़े लोग हमेशा ये प्रेफर करते है की सब मेंबर्स एक ही रूम में बैठे ताकि इलेक्ट्रिसिटी सेव हो । ये एक बुरा आईडिया भी नहीं है । मेरे ख़याल से ये हम सबकी लिफेलॉन्ग हैबिट होनी चाहिए । इसका एक और फायदा होगा , इससे आप सोशल डिस्टन्सिंग ख़तम होने के बाद भी अपनी फॅमिली के साथ टाइम स्पेंड करेंगे ।