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अयोध्या पर फिल्म बनाने की घोषणा के बाद एक्ट्रेस कंगना रनौत ने कन्फर्म किया है कि वो फ़िल्म को डायरेक्ट भी करेंगी।
'अपराजित अयोध्या', राम मंदिर विवाद और इसपर चले केस को दर्शाएगी। इसके लेखक हैं बाहुबली फेम के.वी विजयेंद्र प्रसाद।
न्यूज़ कन्फर्म की कंगना ने
इस न्यूज़ को कन्फर्म करते हुए कंगना ने कहा
कंगना कहती हैं कि वो उस समय इतनी बिजी थी कि डायरेक्शन के बारे में सोच ही नही पायी। के.वी विजयेंद्र प्रसाद ने जो स्क्रिप्ट शेयर की वो बहुत बड़े स्केल की है, उनकी पिछली फिल्म मणिकर्णिका के जैसी।
"मेरे कोलाबोरेटिंग पार्टनर्स ने ज़ोर दिया कि मैं ही इस फिल्म को डायरेक्ट करूँ। तो मुझे भी लगा कि मुझे ही ये मूवी डायरेक्ट करनी चाहिए। सब अपने आप ही हुआ।"
मैं बिल्कुल नर्वस नहीं: कंगना
कंगना फिर से डायरेक्शन में उतरने पर कहती हैं
सिर्फ फिल्म मेकिंग पर होगा फोकस
इससे पहले फिल्म 'मणिकर्णिका- द क्वीन ऑफ झांसी' को कंगना ने डायरेक्ट किया था जिसमें उन्होंने मुख्य भूमिका भी निभाई थी।
पर 'अपराजित अयोध्या' में वो एक्टिंग करते हुए शायद नही दिखेंगी क्योंकि वो डायरेक्शन पर ध्यान देना चाहती हैं।
"मैं एक फिल्म मेकर की तरह ही इस फिल्म पर फोकस करना चाहती हूं। मेरे लिए ये कोई विवादास्पद(controversial) मसला नही है। मेरे लिए ये प्यार, विश्वास और एकता और सबसे ऊपर एक दिव्यता (divinity) की कहानी है।"
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद किया था फिल्म का ऐलान
जैसे ही सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर बनाने का फैसला सुनाया था कंगना ने कुछ ही दिनों बाद इसपर फिल्म बनाने का निर्णय ले लिया था।
"राम मंदिर कई सौ सालों से एक ज्वलंत मुद्दा(burning subject) रहा है। 80 के दशक के बच्चे होने के वजह से मैंने अयोध्या का नाम काफी नेगेटिव लाइट में सुना था। वो जगह जहां राम जी का जन्म हुआ था एक राजा जो त्याग के प्रतीक थे, उस जगह को प्रॉपर्टी के विवाद का विषय बना दिया गया था।"
सेक्युलर भाव दिखाते हुए मामला खत्म हुआ
कंगना कहती हैं "इस केस ने भारतीय राजनीति को बदल दिया और सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने सेक्युलर भाव दिखाते हुए सालों से चले आरहे विवाद को खत्म कर दिया"
क्या था फैसला?
सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को राम मंदिर बनाने का ऐतिहासिक फैसला लिया था और अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन मस्जिद को भी आवंटित(allot) की थी।
Courtesy: Hindustan times
और पढ़िए- जानिए कब ताहिरा कश्यप अपनी फिल्म में आयुष्मान खुराना को डायरेक्ट करेंगी
'अपराजित अयोध्या', राम मंदिर विवाद और इसपर चले केस को दर्शाएगी। इसके लेखक हैं बाहुबली फेम के.वी विजयेंद्र प्रसाद।
न्यूज़ कन्फर्म की कंगना ने
इस न्यूज़ को कन्फर्म करते हुए कंगना ने कहा
"मेरा इस फिल्म को डायरेक्ट करने का कोई प्लान नही था। मैंने इसकी शुरुआत एक कॉन्सेप्ट लेवल से की थी। मैं इसे प्रोड्यूस करना चाहती थी और किसी डायरेक्टर को इस फिल्म के लिए लेना चाहती थी।"
कंगना कहती हैं कि वो उस समय इतनी बिजी थी कि डायरेक्शन के बारे में सोच ही नही पायी। के.वी विजयेंद्र प्रसाद ने जो स्क्रिप्ट शेयर की वो बहुत बड़े स्केल की है, उनकी पिछली फिल्म मणिकर्णिका के जैसी।
"मेरे कोलाबोरेटिंग पार्टनर्स ने ज़ोर दिया कि मैं ही इस फिल्म को डायरेक्ट करूँ। तो मुझे भी लगा कि मुझे ही ये मूवी डायरेक्ट करनी चाहिए। सब अपने आप ही हुआ।"
मैं बिल्कुल नर्वस नहीं: कंगना
कंगना फिर से डायरेक्शन में उतरने पर कहती हैं
"मुझे नर्वसनेस नही होती। मुश्किल तब होती है जब आपको किसी और के विज़न को समझना होता है और उसमें खुद का विज़न ढूंढना पड़ता है। पर इसमें मैंने खुद सब कुछ शुरू से शुरू किया है। ये मेरे लिए संतोषजनक है और आसान भी क्योंकि मुझे पता है की मुझे क्या करना है।"
सिर्फ फिल्म मेकिंग पर होगा फोकस
इससे पहले फिल्म 'मणिकर्णिका- द क्वीन ऑफ झांसी' को कंगना ने डायरेक्ट किया था जिसमें उन्होंने मुख्य भूमिका भी निभाई थी।
पर 'अपराजित अयोध्या' में वो एक्टिंग करते हुए शायद नही दिखेंगी क्योंकि वो डायरेक्शन पर ध्यान देना चाहती हैं।
"मैं एक फिल्म मेकर की तरह ही इस फिल्म पर फोकस करना चाहती हूं। मेरे लिए ये कोई विवादास्पद(controversial) मसला नही है। मेरे लिए ये प्यार, विश्वास और एकता और सबसे ऊपर एक दिव्यता (divinity) की कहानी है।"
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद किया था फिल्म का ऐलान
जैसे ही सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर बनाने का फैसला सुनाया था कंगना ने कुछ ही दिनों बाद इसपर फिल्म बनाने का निर्णय ले लिया था।
"राम मंदिर कई सौ सालों से एक ज्वलंत मुद्दा(burning subject) रहा है। 80 के दशक के बच्चे होने के वजह से मैंने अयोध्या का नाम काफी नेगेटिव लाइट में सुना था। वो जगह जहां राम जी का जन्म हुआ था एक राजा जो त्याग के प्रतीक थे, उस जगह को प्रॉपर्टी के विवाद का विषय बना दिया गया था।"
सेक्युलर भाव दिखाते हुए मामला खत्म हुआ
कंगना कहती हैं "इस केस ने भारतीय राजनीति को बदल दिया और सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने सेक्युलर भाव दिखाते हुए सालों से चले आरहे विवाद को खत्म कर दिया"
क्या था फैसला?
सुप्रीम कोर्ट ने 9 नवंबर 2019 को राम मंदिर बनाने का ऐतिहासिक फैसला लिया था और अयोध्या में ही 5 एकड़ जमीन मस्जिद को भी आवंटित(allot) की थी।
Courtesy: Hindustan times
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