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कई महिलाओं को सेक्स करते वक्त काफी दर्द होता है। इसी वजह से वे अपने पार्टनर के साथ इंटरकोर्स से डरती हैं। इस अवस्था को वैजिनिज़्मस (Vaginismus) कहते हैं। वैजिनिज़्मस न केवल सेक्स करते वक्त बल्कि Tampons लगाने से, या उंगली तक वजाइना में जाने से पेन होता है।
वैजिनिज़्मस (Vaginismus) का अर्थ है कि जब एक महिला के लिए बार-बार अपने वजाइना में पेनिस, उंगली या कोई और वस्तु जैसे Tampons आदि के पेनेट्रेशन में परेशानी और दर्द होना। इस अवस्था में महिला सेक्स करना चाहती है परंतु दर्द और उसके डर के कारण नहीं कर पाती।
जिन महिलाओं को यह समस्या है, वे अक्सर इंटरकोर्स से डरती है और उन्हें अवॉइड करती हैं। उनकी पेल्विक मसल्स में कॉन्ट्रेक्शन होता है जिससे सेक्स के दौरान काफी दर्द होता है।
अगर ये स्थिति माइल्ड है, तो tampons, उंगली या पेनिस आदि के पेनेट्रेशन से अनकंफर्टेबल महसूस होता है। अगर ये सिवियर है तो आपको थोड़े दर्द से बहुत ज्यादा दर्द हो सकता है। परंतु यदि ये इससे भी ज्यादा सिवियर है, तो वजाइना में कुछ भी पेनेट्रेट हो पाना असंभव है।
इसका सबसे बड़ा कारण है वजाइना के आसपास की पेल्विक फ्लोर मसल्स का बहुत टाइट हो जाना। उनमें एक Involuntary Muscle Contraction (अनैच्छिक ऐंठन) का होना, जिसकी वजह से सेक्स में बहुत दर्द होता है। Ismus का मतलब है Spasm, तो वैजिनिज़्मस को हम वजाइना का स्पैस्म (spasm) समझते हैं।
वजाइना एक स्ट्रैची ट्यूब की तरह होता है। जब भी कुछ उसके अंदर जाता है, तो वह expand हो जाता है। जब हम परेशान होते हैं या फिर Involuntary भी वजाइना के आसपास की पेल्विक फ्लोर मसल्स टाइट हो जाती है। यह एक प्रोटेक्टिव मैकेनिज्म की तरह काम करता है।
यह बहुत ही कॉमन समस्या है और इसे ठीक किया जा सकता है। इसके लिए महिलाओं का यह सीखना बहुत जरूरी है कि पेल्विक फ्लोर को कैसे कंट्रोल करते हैं और उसे कैसे रिलैक्स और रिलीज करते हैं।
Vaginismus से राहत पाने के लिए डॉक्टर आपको अपने पेल्विक फ्लोर मसल्स को रिलैक्स करने के व्यायाम और एक्सरसाइज बताते हैं। किगल एक्सरसाइज़ से आपके पेल्विक एरिया में थोड़ा लचीलापन (elasticity) आएगा और सेक्स के दौरान आपको दर्द भी कम होगा।
अगर आपको भी वैजिनिज़्मस (Vaginismus) के लक्षण नज़र आ रहे हैं, तो इसे हल्के में ना लें और तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाएं।
** उपरोक्त जानकारी डॉ अनीता एलियास द्वारा दी गई है। वे Monash University के Obstetrics और Gynaecology विभाग में सीनियर लेक्चरर हैं।
आइए जानें डॉ अनीता एलियास से कि वैजिनिज़्मस (Vaginismus) क्या है और क्या इसका कोई इलाज है?
वैजिनिज़्मस (Vaginismus) क्या है?
वैजिनिज़्मस (Vaginismus) का अर्थ है कि जब एक महिला के लिए बार-बार अपने वजाइना में पेनिस, उंगली या कोई और वस्तु जैसे Tampons आदि के पेनेट्रेशन में परेशानी और दर्द होना। इस अवस्था में महिला सेक्स करना चाहती है परंतु दर्द और उसके डर के कारण नहीं कर पाती।
जिन महिलाओं को यह समस्या है, वे अक्सर इंटरकोर्स से डरती है और उन्हें अवॉइड करती हैं। उनकी पेल्विक मसल्स में कॉन्ट्रेक्शन होता है जिससे सेक्स के दौरान काफी दर्द होता है।
अगर ये स्थिति माइल्ड है, तो tampons, उंगली या पेनिस आदि के पेनेट्रेशन से अनकंफर्टेबल महसूस होता है। अगर ये सिवियर है तो आपको थोड़े दर्द से बहुत ज्यादा दर्द हो सकता है। परंतु यदि ये इससे भी ज्यादा सिवियर है, तो वजाइना में कुछ भी पेनेट्रेट हो पाना असंभव है।
वैजिनिज़्मस (Vaginismus) होने का कारण क्या है?
इसका सबसे बड़ा कारण है वजाइना के आसपास की पेल्विक फ्लोर मसल्स का बहुत टाइट हो जाना। उनमें एक Involuntary Muscle Contraction (अनैच्छिक ऐंठन) का होना, जिसकी वजह से सेक्स में बहुत दर्द होता है। Ismus का मतलब है Spasm, तो वैजिनिज़्मस को हम वजाइना का स्पैस्म (spasm) समझते हैं।
वजाइना एक स्ट्रैची ट्यूब की तरह होता है। जब भी कुछ उसके अंदर जाता है, तो वह expand हो जाता है। जब हम परेशान होते हैं या फिर Involuntary भी वजाइना के आसपास की पेल्विक फ्लोर मसल्स टाइट हो जाती है। यह एक प्रोटेक्टिव मैकेनिज्म की तरह काम करता है।
यह बहुत ही कॉमन समस्या है और इसे ठीक किया जा सकता है। इसके लिए महिलाओं का यह सीखना बहुत जरूरी है कि पेल्विक फ्लोर को कैसे कंट्रोल करते हैं और उसे कैसे रिलैक्स और रिलीज करते हैं।
इसका इलाज क्या है?
Vaginismus से राहत पाने के लिए डॉक्टर आपको अपने पेल्विक फ्लोर मसल्स को रिलैक्स करने के व्यायाम और एक्सरसाइज बताते हैं। किगल एक्सरसाइज़ से आपके पेल्विक एरिया में थोड़ा लचीलापन (elasticity) आएगा और सेक्स के दौरान आपको दर्द भी कम होगा।
अगर आपको भी वैजिनिज़्मस (Vaginismus) के लक्षण नज़र आ रहे हैं, तो इसे हल्के में ना लें और तुरंत अपने डॉक्टर को दिखाएं।
** उपरोक्त जानकारी डॉ अनीता एलियास द्वारा दी गई है। वे Monash University के Obstetrics और Gynaecology विभाग में सीनियर लेक्चरर हैं।