Marital Rape के बारे में जाने पांच बातें

अभी भी हमारे समाज में रेप की परिभाषा यह है कि सिर्फ जब किसी व्यक्ति के द्वारा महिला के साथ जबरदस्ती एनल, ओरल या फिर वेजाइनल सेक्स किया जाता है। शादी के मामले में रेप को नजरअंदाज कर दिया जाता है। (Image Credits: Pinterest)

What is marital rape

मैरिटल रेप में पति द्वारा पत्नी के साथ बिना कंसेंट के संबंध बनाए जाते हैं। इसमें स्पाउस की तरफ से अपने पार्टनर के साथ जबरदस्ती, शारीरिक और मानसिक शोषण किया जाता है। जिसके कारण महिला को बहुत ज्यादा समस्याएं झेलनी पड़ती हैं। कई बार महिलाएं ट्रॉमा में भी चली जाती है (Image Credits: Pinterest)

Stereotype thinking

आज भी मैरिटल रेप को लेकर हमारे समाज में स्टीरियोटाइप थिंकिंग है। लोग इसे मानते ही नहीं है। उन्हें लगता है कि शादी के बाद पति के पास यह पावर होती है कि वह पत्नी की बिना मंजूरी के भी उसके साथ सेक्सुअल रिलेशन बना सकता है। (Image Credits: Pinterest)

Law

भारत में रेप इंडियन पीनल कोड की धारा 375 में आता है जिसमें 2 अपवाद हैं। इसमें मैरिटल रेप को क्रिमिनलाइज्ड नहीं किया गया है, इसके साथ ही अपवाद 2 के अनुसार अगर पत्नी की उम्र 15 साल से ज्यादा है तो पत्नी के साथ शारीरिक संबंधों को मैरिटल रेप नहीं माना जाएगा। 2017 में सुप्रीम कोर्ट ने उम्र को बढ़ाकर 18 साल कर दिया था। (Image Credits: Pinterest)

Data

डाटा के अनुसार तीन में से एक 18 से 49 की महिलाएं स्पाउस वायलेंस का शिकार होती है जिसमें से सिर्फ 5 से 6% महिलाएं इसे रिपोर्ट करती हैं। इसमें आगे यह भी बताया गया है कि 5.6% महिलाओं को जबरदस्ती पतियों की तरफ से सेक्सुअल इंटरकोर्स के लिए कहा जाता है। इसके साथ ही 2.7% महिलाएं ऐसी भी है जो जिन्हें बिना उनकी मर्जी के सेक्सुअल एक्ट परफॉर्म करने के लिए कहा जाता है। (Image Credits: Pinterest)

Decriminalised Countries

दुनिया के 185 देशों में से 77 देशों में मेरिटल रेप के लिए ऐसे कानून हैं जो स्पष्ट रूप से इसे अपराध मानते हैं। जबकि 34 देश ऐसे हैं जिसमें भारत भी शामिल है यहाँ इसे अपराध नहीं माना जाता है।(Image Credits: Pinterest)