एक त्योहार, कई अनुभव: ये जगहें बना देंगी आपकी दिवाली को खास
भारत में दिवाली हर जगह मनाई जाती है, लेकिन हर शहर में इसका रंग, जश्न, और रोशनी का अंदाज़ अलग होता है। जानिए 8 ऐसी खास जगहें
भारत में दिवाली हर जगह मनाई जाती है, लेकिन हर शहर में इसका रंग, जश्न, और रोशनी का अंदाज़ अलग होता है। जानिए 8 ऐसी खास जगहें
भगवान राम की नगरी अयोध्या में दिवाली पर लाखों दीये जलाकर “दीपोत्सव” मनाया जाता है। सरयू घाट पर जब एक साथ हजारों दीये जगमगाते हैं, तो पूरा माहौल दिव्य हो जाता है।
गोल्डन टेम्पल में दिवाली की रात दीपों और आतिशबाज़ी से चारों ओर उजाला फैल जाता है। पानी में दिखती लाइटों की परछाइयाँ दिल को सुकून देती हैं।
यहाँ “दीपावली” के दौरान गंगा घाटों पर अनगिनत दीये जलते हैं। आसमान में आतिशबाज़ी और गंगा में झिलमिलाती लौ — इस नज़ारे को शब्दों में बयां करना मुश्किल है।
दिवाली के दौरान जयपुर की गलियाँ, हवेलियाँ और मार्केट्स लाखों लाइटों से सजे होते हैं। पूरा शहर ऐसा लगता है जैसे सुनहरी चादर ओढ़ ली हो।
यहाँ दिवाली के दिन देवी काली की पूजा होती है। मंदिरों और घरों में दीयों की रोशनी, घंटियों की गूंज और भक्ति का माहौल इसे बेहद खास बनाता है।
झीलों का शहर उदयपुर दिवाली पर किसी सपने जैसा लगता है। महलों और हवेलियों से झरती रोशनी झीलों में पड़कर अद्भुत नज़ारा बनाती है।
राजधानी की दिवाली में हर रंग शामिल है: मंदिरों में पूजा, सड़कों पर मिठाइयाँ और छतों पर चमकते फुलझड़ी के नज़ारे।
यहाँ दिवाली सिर्फ रोशनी नहीं, एक चमकदार फेस्टिवल होती है। बॉलीवुड पार्टियों से लेकर मरीन ड्राइव तक, शहर हर कोने में जगमगाता है।