हिंदी सिनेमा में मां की प्रस्तुति

कुछ ही दिनों में हम मदर्स डे मनाने जाएंगे। लेकिन आज बात करेंगे हिंदी सिनेमा या बॉलीवुड में मां की प्रस्तुति किन-किन रूपों में हुई है। भारतीय फिल्मों में भारत की मां अगल-अलग नजरिए से दिखाई गई है। (Image Credit: Amar Ujala)

जिंदगी जिंदगी (1972)

जिंदगी जिंदगी नाम की इस फिल्म में एक मां को अपने संघर्षों से लड़ते हुए दिखाया है। अपने बच्चे के लिए किस तरह वो संघर्ष करती है और आगे क्या होता है, ये देखने लायक है। (Image Credit: Shemaroo)

मुगल-ए-आजम (1960)

मुगल-ए-आजम में एक मां, मां के साथ-साथ रानी भी है। फिल्म में बहुत ही मार्मिक दृश्य हैं। रानी के अंदर एक मां के हृदय का चरित्र-चित्रण है। (Image Credit: Eagle Action Movies)

बॉबी (1973)

बॉबी फिल्म में एक वर्किंग मॉम का चित्रण हैं। किस तरह कामकाज के चलते वो अपने बच्चे को दाई के जरिए पालती हैं और आगे क्या होता है देखने का विषय है। (Image Credit: Bollystalgial)

आवारा (1951)

आवारा फिल्म में एक हाई क्लास पति अपनी गर्भवती पत्नी को घर से निकाल देता है। वो मां बनती है और आगे उसका बच्चा किसी कारणवश बिगड़ जाता है। मां का संघर्ष बहुत मार्मिक है। (Image Credit: Wikipedia)

सुजाता (1959)

सुजाता में एक मां एक अछूत कन्या को पालने की जिम्मेदारी लेती है। आगे समाज में उस मां को बहुत से संघर्ष झेलने पड़ते हैं। आगे क्या होता है , ये फिल्म देखकर समझा जा सकता है। (Image Credit: Zee Music Classic)

वक्त (1965)

वक्त नाम की इस फिल्म में एक मां अपने भरे-पूरे परिवार से भूकंप के दौरान बिछड़ जाती है। पूरा परिवार बेघर हो जाता है। बच्चे बड़े होते हैं और आगे कैसे पूरा परिवार मिलता है, ये आप देखकर जानेंगे। (Image Credit: The Indian Express)

मदर इंडिया (1957)

मदर इंडिया में भारत की मां का एक अलग चित्रण है। किस तरह एक मां न्याय के लिए अपने बच्चे के गलत कामों को भी नहीं बख्शती है। फिल्म बहुत मर्मस्पर्शी है। (Image Credit|: MovieMeter.com)