5 भारतीय महिलाएं जिन्हें आजादी के दौरान क्रेडिट नहीं मिला

आजादी के समय में कई महिलाएं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, लेकिन उन्हें अक्सर पुरुषों की तुलना में क्रेडिट नहीं मिला।‌ तो आइए जानें 5 भारतीय महिलाएं जिन्हें आजादी के दौरान क्रेडिट नहीं मिला। (Image Credit: Wikipedia)

सरोजिनी नायडू (Sarojini Naidu)

सरोजिनी नायडू ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपने योगदान से लोगों की आंदोलन क्षमता को मजबूती दी। उन्होंने "डींडी मार्च" की गाथाएँ लिखी और गायी, जिनसे संग्राम की भाषा बनी, लेकिन उन्हें आजादी के दौरान पूरी तरह से क्रेडिट नहीं मिला। (Image Credit: The Economic Times)

कमाला नेहरू (Kamala Nehru)

कमाला नेहरू, पंडित जवाहरलाल नेहरू की पत्नी, एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय नेता थीं। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम के समय महिलाओं के सपोर्ट में बहुत सारी भूमिका निभाई थी, लेकिन उन्हें किसी विशेष क्रेडिट का पूरा अधिकार नहीं मिला। (Image Credit: Wikipedia)

कस्तूरबा गांधी (Kasturba Gandhi)

महात्मा गांधी की पत्नी कस्तूरबा गांधी भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अपने पति के साथ संघर्ष की और उनकी साथी बनी। उन्होंने सत्याग्रह और आध्यात्मिकता में अपना सहयोग दिया, लेकिन उन्हें आजादी के दौरान क्रेडिट नहीं मिला। (Image Credit: MKGandhi.org)

भीकाजी कामा (Bhikaiji Cama)

भारतीय स्वतंत्रता संग्राम की फेमस भीकाजी कामा ने स्वतंत्रता संग्राम के समय अपने योगदान से प्रसिद्धि पाई। उन्होंने ब्रिटिश साम्राज्य के खिलाफ सख्त संघर्ष किया और क्रांतिकारी आंदोलनों में भाग लिया। लेकिन उन्हें आजादी के दौरान क्रेडिट नहीं मिला। (Image Credit: StarsUnfolded)

आनंदीबाई जोशी (Anandibai Joshi)

आनंदीबाई जोशी ने महिलाओं की शिक्षा और समाज में सुधार के लिए संघर्ष किया। उन्होंने पहली बार महिला शिक्षक प्रशिक्षण कक्षा स्थापित की और 'बलिका शिक्षा' की महत्वपूर्णता को प्रमोट किया। लेकिन उन्हें आजादी के दौरान क्रेडिट नहीं मिला। (Image Credit: Wikipedia)