Women Authors: जाने ऐसी महिलाएं जो अपने कलम से दुनिया रच रहीं हैं
लेखक और संपादक: भारत में ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं जो अपने कलम से दुनिया भर में अपनी रचनाएं रच रहीं हैं। इनको न केवल देश में बल्कि दुनिया भर में जानी जाती हैं।
लेखक और संपादक: भारत में ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं जो अपने कलम से दुनिया भर में अपनी रचनाएं रच रहीं हैं। इनको न केवल देश में बल्कि दुनिया भर में जानी जाती हैं।
इनकी लघु कथा इंटरप्रेटर ऑफ मेलेडीज को 2000 में पुलित्जर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उनकी उपन्यास द नेमसेक (2003) पर एक फिल्म भी बनाई गई इसी नाम से।
इन्हें भारत सरकार द्वारा 2006 में पद्म श्री और 2023 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया था। ये जानी जाती हैं बच्चों की कहानियां लिखने के लिए और सबसे प्रमुख रचना है थ्री थाउजेंड स्टीचेज़।
इन्हें अपनी किताब द इन्हेरिटेंस ऑफ लॉस के लिए बुकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
इनकी रचना “द गॉड ऑफ स्मॉल थिंग्स” ने उन्हें अंतराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई और द बुकर पुरस्कार जिताया। इसके अलावा इन्होंने नर्मदा बचाओ आंदोलन में भी हिस्सा लिया।
इन्हें 1976 में भारत सरकार ने पद्म श्री से सम्मानित किया गया था। ये अपनी लघु कथाओं के लिए जानी जाती हैं – धी त एक एकलाप, लिहाफ(1942)।
महादेवी वर्मा को निराला जी ने “हिंदी के विशाल मंदिर की सरस्वती” कहा है। उन्होंने पथ के साथी(1956), अतीत के चलचित्र जैसी अद्भुत रचनाएं लिखी हैं।
मुख्य रूप से मन्नू भंडारी आपका बंटी और महाभोज के लिए जानी जाती हैं। इन्होंने 150 से भी अधिक शॉर्ट स्टोरीज लिखीं, कई थिएटर के लिए स्क्रीनप्ले भी लिखा।
चित्रा की कहानियां अरेंज्ड मैरिज ने उन्हें अमेरिकन बुक अवार्ड भी जिताया है। इसके अलावा इन्होंने पैलेस ऑफ इल्यूजन, द मिस्ट्रेस ऑफ स्पाइसेज, फॉरेस्ट ऑफ इनकेंटमेन्ट जैसी अद्भुत किताबें लिखी हैं।