अंडरआर्म्स सेविंग के 5 मिथक

अंडरआर्म्स सेविंग या बालों को हटाने की प्रक्रिया को बहुत समय से लोग महिलाओं द्वारा अपनाया जा रहा है।हालांकि, इसके संबंध में कई मिथक भी है। तो आइए जानें अंडरआर्म्स सेविंग के 5 मिथक के बारे में। (Image Credit:123RF)

मिथक: अंडरआर्म्स सेविंग करने से पसीना बढ़ जाता है।

यह मिथक गलत है। अंडरआर्म्स सेविंग करने से पसीना बढ़ने का कोई संबंध नहीं होता है। यह केवल पसीना सोखने का एक तरीका है और आपकी शरीरिक स्वास्थ्य और प्रकृति पर प्रभाव नहीं डालता है। (Image Credit:Veet.co.in)

मिथक: अंडरआर्म्स सेविंग करने से बैक्टीरिया बढ़ते हैं और इंफेक्शन होता है।

अंडरआर्म्स सेविंग करने से बैक्टीरिया का स्तर बढ़ने की संभावना होती है, लेकिन यह बैक्टीरिया आपके शरीर पर मौजूद होते हैं। नियमित स्नान और स्किन केयर के जरिए इन्हें नियंत्रित किया जा सकता है और किसी इंफेक्शन की संभावना कम की जा सकती है। (Image Credit: Amazon.in)

मिथक: अंडरआर्म्स सेविंग करने से बाल बढ़ते हैं।

यह मिथक है। बाल उगने की प्रक्रिया अपने आप से होती है और अंडरआर्म्स सेविंग से इसका कोई संबंध नहीं होता है। (Image Credit: Flipkart)

मिथक: अंडरआर्म्स सेविंग से बाल कठोर हो जाते हैं।

यह भी एक मिथक है। बाल बहुत छोटे होते हैं जब वे नये होते हैं इसलिए आपको ऐसा लगता है कि वे कठोर हो रहे हैं। (Image Credit: Amazon.com)

मिथक: अंडरआर्म्स सेविंग करने से बाल काले हो जाते हैं।

यह एक गलत मिथक है। बाल के रंग को आपके शरीर के अन्य हिस्सों के रंग पर ही निर्धारित किया जाता है। (Image Credit: Amazon.in)