Condom Myths: जानें कंडोम 5 से जुड़े 5 मिथक

कंडोम (condom) एक फेमस कांट्रेसेप्शन तकनीक है। यह एक प्लास्टिक या लैटेक्स से बनी हुई पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए उपलब्ध होती है। तो आइए जानें कंडोम 5 से जुड़े 5 मिथक के बारे में। (Image Credit: Medical News Today)

मिथक: कंडोम से सेक्स करने में मजबूरी होती है।

कंडोम एक सुरक्षित कांट्रेसेप्शन उपाय है और इसका इस्तेमाल करना व्यक्ति की आवश्यकता और सुरक्षा के लिए होता है। इसका उपयोग लाइफ लोंग रिलेशनशिप को सुरक्षित बनाने में मदद करता हैं। (Image Credit: News18)

मिथक: कंडोम से बाच्चा पैदा करने की संभावना कम हो जाती है।

कंडोम सही तरीके से इस्तेमाल किया जाए तो यह कांट्रेसेप्शन होता है और प्रेगनेंसी की संभावना को काफी कम करता है। हालांकि, कंडोम का 100% गारंटी नहीं हो सकता है और इसलिए जरूरी है कि व्यक्ति दूसरे कांट्रेसेप्शन उपायों के बारे में जागरूक रहें। (Image Credit: Healthline)

मिथक: कंडोम उपयोग करने से सेक्स का मजा खत्म हो जाता है।

कंडोम का उपयोग सेक्स का मजा खत्म नहीं करता है, इसके बजाय यह आपको सुरक्षित रखता है और आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं होती है कि सेक्स के बाद इनफेक्टेड होने की संभावना हो सकती है। (Image Credit: HerZindagi)

मिथक: सभी कंडोम एक साइज़ में आते हैं और सभी के लिए उपयोगी होते हैं।

कंडोम विभिन्न आकार, मटेरियल, और ब्रांड के होते हैं। लोगों के लिए सही कंडोम का चयन करना आवश्यक है जो उनके आकार और आराम के अनुसार हो। (Image Credit: NetDoctor)

मिथक: दो कंडोम पहनना‌ अधिक सुरक्षित प्रदान करता है।

दो कंडोम पहनना‌ असुरक्षित हो सकता है। यदि दो कंडोम एक साथ पहने जाएं, तो वे आपस में घिस सकते हैं और फट सकते हैं। (Image Credit: Teen Vogue)