5 facts and ways on how to deal with fear: डर एक बहुत ही सामान्य मानसिक स्थिति होती है जो की अधिकतर लोगो में पायी जाती है। डरना हमें कमज़ोर साबित नहीं करता, ना ही यह साबित करता है की हम किसी भी तरह बाकियों से अलग है। अगर हम अपने डर को स्वीकार करना सीखले तो हम और भी दृढ़ इच्छाशक्ति वाले व्यक्ति बन सकते है।
डर के बारे में 5 तथ्य और उससे निपटने के तरीके:
1. डर को स्वीकारो
हम अपने डर से जितना भागते रहेंगे, वो उतना हमारे सामने आता रहेगा। डर को सँभालने का यह तरकीब सबसे ज़रूरी होती है की आप अपने डर को स्वीकार करे और उसे अपनाये ना की उसे झुठलाते रहे और उससे भागते रहे। जब तक आप उसे अपनाएंगे नहीं तब तक आप उस डर को काबू करने के रास्ते में आगे नहीं बढ़ पाएंगे।
2. डरना बहुत ही प्राकृतिक और स्वस्थ प्रक्रिया है
हर व्यक्ति का कुछ ना कुछ भय ज़रूर होता है, या तो किसी जीव या वस्तु से, या फिर किसी जगह या परिस्थिति से। लोगो का डरना बहुत ही सामान्य व्यवहार होता है। अगर हम अपने डर को विकृत समझने लगे तो हम उससे कभी लड नहीं पाएंगे और खुदको कमज़ोर समझ उस डर से हार स्वीकार कर लेंगे।
3. आपका डर आपके फैसले ले सकता है
अकसर ऐसा होता है की आप अपने डर के हाथों मजबूर होके कईं ऐसे फैसले ले लेते है जो की हमारे खुदके फायदे में नहीं होता है। हम अपने डर के वजह से कईं मौके गवा देते है। ऐसी बातें फिर आगे हमें पछतावा करवाती है। हमें यह बात हमेशा याद रखनी चाहिए की ज़िन्दगी हमें कुछ मौके दोबारा नहीं देते , तो हमें अपने डर के आगे देख पाना ज़रूर सीखना चाहिए।
4. डर स्थायी नहीं है
हमारा डर सदैव नहीं रहता। डर पे काबू बेशक पाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए हमें प्रोफेशनल मदद की ज़रूरत भी पर सकती है। कभी कभी कुछ ऐसे निजी भय से डील करना हमारे अकेले के लिए आसान नहीं होता। हमें किसी अपने या किसी विशेषज्ञ की मदद लेनी पर सकती है। लेकिन आपको मानसिक रूप से भी खुदको तैयार रखना होगा ताकि आप ज़्यादा से ज़्यादा सुधार देख पाएं |
5. डर अच्छे भी होते है
हमेशा डर और भय को बुरा या नेगेटिव दर्शाया जाता है लेकिन आपका डर आपके लिए अच्छा भी साबित हो सकता है क्यूंकि आपका डर आपको जागरूक, सचेत और सावधान बनता है। आपका डर आपको कई परेशानियों में पड़ने से बचा सकता है।
सूचना : इस आलेख को केवल संपादित किया गया है। मौलिक लेखन आयुषी झा का है।