कैसे कठिन कामों को करना भी Self Care का हिस्सा है?
अक्सर हमें यही लगता है कि जिन चीजों से हमें खुशी मिलती है वही हमारे लिए अच्छी होती हैं लेकिन कई बार कठिन चीजों को करना भी सेल्फ केयर होता है। चलिए इसके बारे में जानते हैं?
अक्सर हमें यही लगता है कि जिन चीजों से हमें खुशी मिलती है वही हमारे लिए अच्छी होती हैं लेकिन कई बार कठिन चीजों को करना भी सेल्फ केयर होता है। चलिए इसके बारे में जानते हैं?
दूसरों के साथ बाउंड्रीज सेट करना और उन्हें मना करना शुरुआत में आसान नहीं होता है लेकिन खुद के लिए बहुत जरूरी है।
अक्सर ही हम कठिन बातचीत को अवॉइड ही करते हैं लेकिन अपनी सेल्फ केयर के लिए इन बातों को कहना और सॉल्यूशन तक पहुंचना बहुत जरूरी है।
अपने डर पर काबू पाना आसान नहीं होता है। इसके लिए हमें बहुत सारे कठिन रास्तों पर चलना पड़ता है जो हमारी ग्रोथ के लिए बहुत जरूरी है।
कुछ भी बड़ा करने के लिए अपने कम्फर्ट जाॅन से बाहर निकलना पड़ता है लेकिन इसमें बहुत सारी बाधाएं भी आती हैं।
सेल्फ केयर का मतलब दूसरों के टॉक्सिक व्यवहार को पहचाना नहीं बल्कि यह भी मानना है कि कई बार हम दूसरों के लिए टॉक्सिक हो जाते हैं।
हमें खुद को जिम्मेदार ठहराना पड़ेगा लेकिन यह बहुत मुश्किल होता है। इससे भी हम अपनी सेल्फ केयर कर सकते हैं।
अपने गुस्से को आवाज देना और उसे सही तरीके से व्यक्त करना भी बहुत जरूरी है। इससे हम अपनी भावनाओं को समझने में सक्षम बनते हैं।
{{ primary_category.name }}