Self-Regulation कैसे डेवलप करें?

सेल्फ रेगुलेशन का मतलब अपने व्यवहार और सोच पर कंट्रोल है। उदहारण के तौर पर अगर आपने सोशल मीडिया के लिए एक घंटा तय किया है सेल्फ रेगुलेशन में आप 1 घंटे से ज्यादा फोन नहीं चलाएंगे। आईए जानते हैं इसे कैसे डेवलप किया जा सकता है- (Image Credit: Freepik)

निरंतरता

सेल्फ रेगुलेशन के लिए आपको अपनी आदतों में निरंतर होना पड़ेगा तभी आप अपने विचार, भाव और व्यवहार में कंट्रोल में कर पाएगे। (Image Credit: Freepik)

चीजों का प्लान करें

अपनी दिनचर्या को प्लान करके चलें। इससे भी आपके अंदर सेल्फ रेगुलेशन डेवलप हो सकता है। अगर आप दिन में 10 टास्क प्लान करते हैं, उनमें से अगर आप पहले दिन पांच पूरे कर पाते हैं तो भी आपके लिए अचीवमेंट है। धीरे-धीरे से आगे बढ़ाने की कोशिश करें। (Image Credit: Freepik)

खुद की निगरानी करें

अपने आप की निगरानी या फिर मॉनिटर करना बहुत जरूरी है जिससे आप जान पाएंगे कि आप कितना कर रहे हैं और आगे कितना अपने ऊपर काम करने की जरूरत है। आप खुद को फीडबैक दे सकते हैं। (Image Credit: Freepik)

खुद पर नियंत्रण करें

अपने आप को कंट्रोल करें। अगर आप चाहते हैं कि आप दिन में सिर्फ एक घंटा ही फोन को देना चाहते हैं तो उसके लिए खुद पर कंट्रोल रखें। अगर आप फास्ट फूड को अवॉयड करना चाहते हैं इसके लिए मन पर कंट्रोल होना बहुत जरूरी है। (Image Credit: Freepik)

माइंडफूलनेस

खुद के ऊपर कंट्रोल रखने के लिए माइंडफूलनेस टेक्निक्स बहुत काम आएंगी। इससे आप सिर्फ आज के समय में ही रहेंगे और आपका अपने ऊपर कंट्रोल बढ़ेगा। इसके लिए आप मेडिटेशन भी कर सकते हैं। (Image Credit: Freepik)