Imposter Syndrome के 5 प्रकार क्या हैं?

कुछ व्यक्ति स्किल्ड भी होते हैं और काम में सक्सेस भी हासिल करते हैं लेकिन फिर भी उन्हें अपने ऊपर डाउट रहता है। उन्हें खुद के ऊपर कॉन्फिडेंस नहीं होता है और अपनी काबिलियत पर शक करते रहते हैं। इसे इंपोस्टर सिंड्रोम कहा जाता है। चलिए इसके टाइप्स जानते हैं-(Image Credit: Freepik)

Perfectionist

जब आप परफेक्शनिस्म का शिकार होते हैं तब आप हर चीज को बिल्कुल सही और गलतियों से मुक्ति चाहते हैं। किसी भी चीज में छोटी सी गलती आपके लिए शर्मनाक हो सकती है या आप गिल्ट में जा सकते हैं।(Image Credit: Freepik)

Superhero

ऐसे में व्यक्ति अपना हर काम पर्फेक्ट तरीके से पूरा करना चाहता है कि वह एक अच्छा पार्टनर, पैरंट, फ्रेंड और कर्मचारी हो। अगर इनमें से किसी में भी पीछे रह जाते है या कोई जिम्मेदारी पूरी नही होती तो खुद को दोषी मानने लग जाते हैं। (Image Credit: Freepik)

Expert

इंपोस्टर सिंड्रोम के इस टाइप में व्यक्ति को लगता है कि उसे हर चीज के बारे में जानकारी होनी चाहिए। अगर किसी भी चीज में नॉलेज की कमी है तो लगता है कि कुछ पता ही नहीं है या कुछ जानते ही नहीं हैं। (Image Credit: Freepik)

Natural Genius

इस तरह के सिंड्रोम में व्यक्ति इतने हाई गोल सेट कर लेता है कि कई बार उन्हें पूरे नहीं कर पाता है। जब वह गोल टूट जाते हैं तो अच्छा नहीं लगता है। (Image Credit: Freepik)

Soloist

इस प्रकार के इंपोस्टर सिंड्रोम में व्यक्ति हर काम अकेले ही करना चाहता है। उसे किसी की सहायता या साथ पसंद नहीं आता है। (Image Credit: Freepik)