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भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने हाली में हुए विमेंस वर्ल्ड कप में बेहतरीन प्रदर्शन भारतवासियों के लिए एक बहुत गर्व की बात हैं. अपने खेल से उन्होंने यह साबित कर दिया है कि अब महिला क्रिकेट को बढ़ावा देना क्यों अनिवार्य है.
अपने बेहतरीन प्रदर्शन के विषय में पूनम यादव ने शीदपीपल को बताया,"मैंने जब खेलना शुरू किया था तो मुझे पता नहीं था परन्तु मेरा सपना सच हुआ क्यूंकि मैं भारत को क्रिकेट में रिप्रेजेंट करना चाहती थी और मैंने किया. यह मेरा पहला वर्ल्ड कप था और मैंने अच्छा प्रदर्शन किया. यह मेरा पहला वर्ल्ड कप था. "
"बहुत अच्छा लगता है जब आपको लोग देखने आते हैं और आपके काम को पहचानते हैं."- वेदा कृष्णमूर्ति
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पूनम आगरा की रहने वाली हैं. उन्होंने बताया कि "मैं २०१३ से टीम के लिए खेल रही हैं. आगरा से ऐसी बहुत सी लड़कियां हैं जो खेलती हैं. वह बहुत मेहनती हैं. मैं उनके साथ प्रैक्टिस भी करती हूँ और मुझे लगता हैं आगे चलके आगरा से तीन चार लड़कियां अवश्य निकलेंगी आगरा से जो भारत को रिप्रेजेंट करेंगी.
पूनम भविष्य में भारत के लिए और भी ज़्यादा कहना चाहेंगी. "जब तक मैं मेहनत कर रही हूँ तब तक मैं चाहती हूँ कि भारत के लिए खेलूं और जितना हो सकता हैं मैं देश के लिए अपना नाम रौशन करू."
बल्लेबाज वेदा कृष्णमूर्ति ने कहा," बहुत अच्छा लगता है जब आपको लोग देखने आते हैं और आपके काम को पहचानते हैं.
वर्ल्ड कप में भारत की हार के विषय में उन्होंने कहा " मुझे इस बात का दुख है कि इतनी पास आकर वह जीत नहीं पाए परंतु जो हो गया वह हो गया उसे हम बदल नहीं सकते परन्तु अब हम ध्यान देंगे कि यदि वही परिस्थिति विषय में भी हमें सामना करना पड़े तो वह हम कैसे कर सकते हैं." वह मानती हैं कि इस बार सभी देशों की टीमों ने बहुत ही बेहतरीन प्रदर्शन किया.
यह जानकर अच्छा लगता है कि भारत क्रिकेट टीम को वह मान्यता मिलनी शुरू हो गयी है जिसकी वह हमेशा से हकदार थी.
हमने आखिरकार भारतीय महिला क्रिकेट तो मान्यता देनी शुरू कर दी है – अब हमें इसे बनाये रखना चाहिए