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जानिए २२ वर्ष का होकर कैसा लगता है इन महिलाओं को

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Swati Bundela
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क्या आप 22 साल के हैं? क्या आप अक्सर उत्तेजना और घबराहट की भावनाओं से झूझते हैं? क्या आप यह जानना चाहते हैं कि आपको जीवन में क्या चाहिए? शीदपीपल.टीवी ने कुछ महिलाओं से जानने की कोशिश करी कि 22 की आयु में उन्हें अपना जीवन कैसे दिखता है।

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प्रदर्शन करने के लिए दबाव



शिक्षिका चैतन्या सिंह का कहना है कि एक लड़की होने पर हर स्थिति में अच्छा करने का निरंतर दबाव आपके 22 साल के होने पर आपको और अधिक प्रभावित करता है। यह समय बर्बाद नहीं करा जा सकता.

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"यह वह समय है जब मैं उम्मीद नहीं पालकी सिर्फ सराहना करती हूँ.",वह कहती हैं.

क्या आप 22 साल के हैं? क्या आप अक्सर उत्तेजना और घबराहट की भावनाओं से झूझते हैं? क्या आप यह जानना चाहते हैं कि आपको जीवन में क्या चाहिए? शीदपीपल.टीवी ने कुछ महिलाओं से जानने की कोशिश करी कि 22 की आयु में उन्हें अपना जीवन कैसे महसूस होता है.

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जीवन एक खुला द्वार बन जाता है



"22 पर जीवन अप्रत्याशित है। संभावनाओं, उत्तेजना और रोमांच से भरा हुआ. मैं मानती हूँ कि मैं अभी कुछ जीवन को बदल देने वाले निर्णय ले रही हूँ लेकिन यह मजेदार फेज है।", ब्रिटिश काउंसिल में क्लेरिकल मार्कर का काम कर रहीं इशिता छिक्कारा कहती हैं.

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"यह समय एक खुले दरवाजे की तरह है. कोई भी इसमें प्रवेश कर सकता है - चिंता, लोग या अवसर।



वह कहती हैं कि यह उनका जीवन का सबसे अच्छा समय है।

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अनेक चीज़ों के बीच फसना



जेंडर स्टडीज पढ़ रही आँचल गोस्वामी का मानना ​​है कि 22 एक उम्र है जब एक लड़की एक महिला में बदल जाती है और कई बदलाव होने लगते हैं। इस समय अपनी शिक्षा को पूरा करने का और जल्दी से सेटल होने का बहुत दबाव होता है.



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वह कहती हैं कि " इस समय हम अपने सपने और परिवार की खुशी के बीच फंस जाते हैं."

अपने आदर्श जीवन के करीब कहीं नहीं



दिल्ली विश्वविद्यालय की पढ़ी आयशा दत्ता कहती है कि 22 साल की आयु में आपका मन आपके आदर्श जीवन और वास्तविक जीवन के बीच में फंस जाता है। आप अपने बचपन में जीवन का बिलकुल अलग तरह से चित्रण करते हैं परन्तु आपका वास्तविक जीवन इसके निकट कहीं नहीं है।



"जब आप बड़े होते हैं, तो आप यह महसूस करते हैं कि जीवन इतना आसान नहीं है आपको बहुत से आश्चर्यजनक पलों का सामना करना पड़ेगा जो हमेशा अच्छे नहीं होते हैं. कभी कभी आपको बहुत निराशाजनक मह्सूस होगा परन्तु आपको याद रखना होगा की यह एक टेम्पररी फेज है जो सबके जीवन में आता है, वह कहती हैं.

आपको डर लगने लगता है



राशि गोयल, जो मद्रास विश्वविद्यालय से इकोनॉमिक्स में अपनी पढ़ाई कर रही हैं, कहती हैं - 22 साल की उम्र में, आपको डर लगना शुरू होता है, गलत फैसले करने का डर, असफल होने का डर और सबसे ज्यादा डर होता है अपने काम में अच्छा न होने का डर.



वास्तविक दुनिया में निकलना कठिनाइयों से भरा हो सकता है इसलिए अनिवार्य है की आप इसके लिए तैयार रहें.



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