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बेटों और बेटियों को एक ही संदेश दें, कहती हैं अनु आगा

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Swati Bundela
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थर्मैक्स की अध्यक्ष अनु आगा को हमेशा यही कहा गया था कि जीवन में उनका मुख्य उद्देश्य शादी करना ही होना चाहिए। उनके माता-पिता उन्हें अलग और उनके भाइयो को अलग संदेश दिया करते थे.

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"अगर मैं अपना क्रोध दिखती थी, तो मुझे डांटा जाता था। मेरे भाइयों को आँसू दिखाने की इजाजत नहीं थी," उन्होंने लेखिकाओं के लिए आयोजित एक फेस्ट में कहा.



"मेरे माता-पिता से मिली विरासत लिंग-पक्षपाती थी. उन्होंने मुझे एक कार्यशील महिला बनने के लिए प्रोत्साहित नहीं किया", वह बताती हैं.
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जब आगा का विवाह हुआ, उन्होंने काम नहीं किया. वह अपना समय अन्य महिलाओं के साथ बिताती थी और उन्हें इसमें बहुत मज़ा आता था। हालांकि, उनके पति बहुत प्रगतिशील व्यक्ति थे. उन्होंने उन्हें अलग तरह से सोचने और व्यवसाय में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया।
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आगा ने कंपनी में शामिल होने का फैसला तब किया जब उनके पति का स्वास्थ्य ख़राब होने लगा. उन्होंने एच. आर डिपार्टमेंट के साथ काम करना शुरू किया और उन्हें अपना अनुभव बहित अच्छा लगा.

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उनके पति के निधन के पश्चात कंपनी के अधिकारियों ने उन्हें अध्यक्ष बनने के लिए कहा, "मैंने रोई और कहा नहीं। मैं सही व्यक्ति नहीं हूं," मैंने सोचा "मैं विपस्सना के लिए गयी, और मुझे एहसास हुआ कि मुझे रोज़ अपना बेस्ट देना है.कोई भी किसी और चीज की उम्मीद नहीं कर सकता है, उन्होंने कहा.

"मेरी विरासत यह है कि आप पहले इंसान हैं और फिर आप निर्णय लेते हैं कि आप क्या चाहते हैं। यह आप पर निर्भर है अगर आप शादी करना चाहते हैं, और बच्चों का उत्पादन करते हैं या नहीं."

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आगा ने यह भी महसूस किया कि वह किसी के साथ खुद की तुलना नहीं कर सकती। उन्होंने कहा, "आप अपने आप की तुलना किसी व्यक्ति से कभी नहीं कर सकते."



"मेरी विरासत यह है कि आप पहले इंसान हैं और फिर आप निर्णय लेते हैं कि आप क्या चाहते हैं। यह आप पर निर्भर है अगर आप शादी करना चाहते हैं, और बच्चों का उत्पादन करते हैं या नहीं."
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उन्होंने कभी अपने बेटे और बेटी को अलग संदेश नहीं दिया। वह कहती हैं, "मैंने अपने बेटे से जितनी चाहें उतनी गर्लफ्रेंड बनाने के लिए कभी नहीं कहा, और मेरी बेटी को वर्जिन रहने के लिए भी कभी नहीं कहा."

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"हमारे समाज में केवल महिलाओं से बहुत उम्मीदें की जाती है. हो सकता है वह किसी ज़रूरी काम में व्यस्त हो परन्तु यदि कोई बीमार होता है तो उन्हें ही उनका ध्यान रखना होता है.", वह कहती हैं.



वह कहती है कि "गिल्ट" एक भावना अच्छी नहीं है. वह महिलाओं को इससे छुटकारा पाने और उनके जीवन खुल के जीने के लिए आग्रह करती हैं.

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