Advertisment

ब्रिटेन की गृह मंत्री बनीं भारतीय मूल की प्रीति पटेल

author-image
Swati Bundela
New Update
लंदन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के कैबिनेट में तीन भारतीय मूल के लोगो को भी जगह मिली है। प्रीति पटेल को गृह मंत्री बनाया गया है। वहीं इन्फोसिस के सहसंस्थापक एनआर नारायण मूर्ति के दामाद ऋषि सुनाक को ट्रेजरी मिनिस्टर और आलोक शर्मा को अंतरराष्ट्रीय विकास मामलों का फॉरेन मिनिस्टर बनाया गया है। जॉनसन ने उन सभी लोगों को पदोन्नत किया है, जिन्होंने ब्रेग्जिट मुद्दे पर उनका साथ दिया था।

Advertisment


प्रीति इस पद पर पहुंचने वालीं भारतीय मूल की पहली महिला हैं। वे गुजराती हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी बहुत बड़ी समर्थक हैं। वे ब्रेग्जिट को लेकर थेरेसा मे बनाई गई नीतियों की आलोचक थीं। इससे पहले ब्रिटेन के गृह मंत्री पाकिस्तानी मूल के साजिद जाविद थे। उन्हें अब वित्त मंत्री बनाया गया है।

60 साल में कैबिनेट में सबसे बड़ा बदलाव

Advertisment


जॉनसन बीते 60 साल में कैबिनेट में बदलाव लाने वाले पहले प्रधानमंत्री बन गए हैं। उन्होंने ब्रेग्जिट मामले पर साथ देने वालों लोगो को जमकर प्रमोशन दिया है। 11 मंत्रियों को उन्होंने निकाल दिया। 4 मंत्रियों को अपना इस्तीफा देना पड़ा, वहीं 2 को ज़बरदस्ती रिटायर किया गया।



इस बार कैबिनेट में 31 मंत्री बनाए गए हैं। थेरेसा मे के समय यह संख्या 29 थी। मंत्रियों की औसत उम्र 48 साल है। पहले यह 51 साल थी। कैबिनेट में महिलाओं की संख्या में कमी आई है। पिछली बार के 31% के मुकाबले कैबिनेट में महिलाओं की संख्या अब 26% रह गई है ।
Advertisment


देश की सुरक्षा का काम ’



कार्यभार संभालने के बाद प्रीति ने कहा, ‘‘अपने कार्यकाल के दौरान मेरी पहली कोशिश यही होगी कि हमारा देश और यहां के लोग सुरक्षित रहें। बीते कुछ समय में सड़कों पर भी काफी हिंसा देखी गई है, हम इस पर भी रोक लगाएंगे। हमारे सामने कुछ चुनौतियां जरूर हैं लेकिन हम सबसे निपटेंगे।’’ पद संभालने के कुछ घंटे पहले प्रीति ने कहा था कि यह जरूरी है कि कैबिनेट केवल नए ब्रिटेन ही नहीं बल्कि नई कंजरवेटिव पार्टी का भी साथ दे।
Advertisment




कंजरवेटिव पार्टी में मे को हटाकर बोरिस जॉनसन को प्रधानमंत्री बनाने के लिए ‘बैक बोरिस’ कैम्पेन चला था, प्रीति इसका अहम हिस्सा थीं। जॉनसन के प्रधानमंत्री बनने के बाद उनको अहम जिम्मेदारी मिलना पक्का था। प्रीति लंबे समय से ब्रिटेन के यूरोपीय यूनियन (ईयू) से बाहर निकलने की पक्षधर रही हैं। इसके लिए उन्होंने जून 2016 से ‘वोट लीव’ कैम्पेन भी चलाया था।

Advertisment

थेरेसा मे की कैबिनेट में प्रीति को जगह नहीं



नवंबर 2017 में थेरेसा ने प्रीति को अंतरराष्ट्रीय विकास मामलों की मंत्री पद से हटा दिया था। उन पर आरोप था कि उन्होंने ब्रिटेन के विदेश विभाग को बिना बताये इजराइल के अफसरों से चर्चा की थी। प्रीति ने सफाई में कहा था कि वे निजी दौरे पर इजराइल गई थीं। तब विदेश मंत्री रहे जॉनसन ने उन्हें कैबिनेट में वापस लाने की अपील भी की थी।



 
इंस्पिरेशन
Advertisment