Advertisment

भारतीय वायु सेना में 1 जुलाई को आठ महिला फाइटर पायलट तैनात किये गए

author-image
Swati Bundela
New Update
रक्षा राज्य मंत्री श्रीपाद येसो नाइक ने बुधवार को लोकसभा को बताया कि अभी कुल 1900 महिला अधिकारियों को भारतीय वायु सेना में 1 जुलाई को शामिल किया गया है। नाइक ने महिलाओं की ताकत पर पूछे गए एक प्रश्न का लिखित जवाब भेजा। भारतीय वायुसेना में अधिकारी बेंगलुरु सेंट्रल पीसी मोहन जो की भाजपा के सांसद है उनके द्वारा ये जवाब भेजा । उन्होंने कहा कि इन 1900 महिला अधिकारियों में आठ फाइटर पायलट हैं और 17 नैविगेटर्स हैं। नाइक ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि रणनीति बनाने की आवश्यकताओं और ऑपरेशन को आगे बढ़ाने की ज़रूरतों के अनुसार महिला फाइटर पायलटों को भारतीय वायुसेना में शामिल और तैनात किया जाता है, जिसकी समय-समय पर देख -रेख की जाती है।

Advertisment

उन्होंने कहा कि इन 1900 महिला अधिकारियों में आठ फाइटर पायलट हैं और 17 नेविगेटर हैं। नाइक ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा कि रणनीति बनाने की आवश्यकताओं और ऑपरेशन को आगे बढ़ाने की आवश्यकताओं के अनुसार महिला फाइटर पायलटों को भारतीय वायुसेना में शामिल और तैनात किया जाता है, जिसकी समय-समय पर देख -रेख की जाती है।



मोहन ने यह भी पूछा, "क्या मंत्रालय ने महिला अधिकारियों को फाइटर पायलट के रूप में शामिल करने के लिए भारतीय वायुसेना से कोई प्रस्ताव प्राप्त किया है और यदि ऐसा है, तो उसके लिए क्राइटेरिया क्या है।" 2016 में फ्लाइंग ब्रांच के फाइटर स्ट्रीम में महिला एसएससी अधिकारी, जिसके तहत अब तक आठ महिला फाइटर पायलटों को कमीशन दिया जा चुका है। "

Advertisment


नाइक ने खुलासा किया कि क्रैश होने पर समय-सीमा का खुलासा नहीं करते हुए अरुणाचल प्रदेश में 15 रक्षा विमान दुर्घटनाएं हुई हैं। उन्होंने कहा, "हर विमान दुर्घटना की जांच कोर्ट ऑफ इन्क्वॉयरी द्वारा की जाती है ताकि दुर्घटना के कारणों का पता लगाया जा सके और पूरी हो चुकी कोर्ट ऑफ इंक्वायरी की सिफारिशों को लागू किया जाए।"

इस साल मई में, भारतीय वायु सेना की तीन महिला अधिकारियों ने मध्यम-लिफ्ट हेलीकाप्टर उड़ान भरने के बाद इतिहास रचा।

Advertisment


हाल ही में, अवनी चतुर्वेदी, जो भारत की पहली महिला फाइटर पायलट हैं, ने कुछ दिनों पहले अमेरिकी एयरोस्पेस पायलट, लॉकहीड मार्टिन के F-21 लड़ाकू विमान के कॉकपिट सिम्युलेटर की जांच और परीक्षण किया था।



इस साल मई में, भारतीय वायु सेना की तीन महिला अधिकारियों ने मध्यम-लिफ्ट हेलीकाप्टर उड़ान भरने के बाद इतिहास रचा। फ्लाइट लेफ्टिनेंट पारुल भारद्वाज (कप्तान), फ्लाइंग ऑफिसर अमन निधि (को-पायलट) और फ़्लाइट लेफ्टिनेंट हिना जायसवाल (फ़्लाइट इंजीनियर) पहली 'ऑल-वुमेन क्रू' हैं जिन्होंने एक इनोक्यूलेशन ट्रेनिंग मिशन के लिए एम आई -17 वी 5 हेलीकोप्टर  से उड़ान भरी। भारतीय वायुसेना के एक रिलीज़ के अनुसार, दक्षिण -पश्चिमी वायु कमान में एक आगे एयरबेस पर रिस्ट्रिक्टेड जगह से उतरना।



हेलीकॉप्टर एम आई -17 वी5 को स्क्वाड्रन लीडर रिचा अधकारी, यूनिट इंजीनियरिंग अधिकारी द्वारा उड़ाया गया था। पायलटों ने एयरपोर्ट स्टेशन हाकिमपेट में 'हेलिकॉप्टर ट्रेनिंग स्कूल' में अपने बुनियादी उड़ान ट्रेनिंग से गुजरना शुरू किया था। इसके बाद बेंगलुरु स्थित एयर फोर्स स्टेशन येलहंका में आगे की ट्रेनिंग ली थी।
इंस्पिरेशन
Advertisment