राष्ट्रीय महिला आयोग की पहली अध्यक्ष जयंती पटनायक का 90 वर्ष की आयु में बुधवार को निधन हो गया। वे कांग्रस की वरिष्ठ नेता और चार बार MP भी रह चुकी है।वे उड़ीसा CM रह चुके स्वर्गवासी जे बी पटनायक जी की पत्नी थी। उनके पति और उड़ीसा के मुख्य मंत्री जो असम के एक्स-गवर्नर भी रहे उनका 2015 में उनका निधन हो गया था।
बीमार होने के कारण मौत
जयंती जी का निधन बुधवार को भुवनेश्वर में हुआ है। बताया जा रहा है कि बुढ़ापे के कारण बहुत सी बीमारियों से ग्रस्त थीं। जिस कारण उन्हें अस्पताल लिजाया गया। उनके बेटे पी वल्लभ पटनायक ने बताया जब उनकी माँ की तबियत ख़राब होने लगी तब उन्हें भूबनेशवर के एक अस्पताल में डाक्टर्ज़ में उन्हें मृत घोषित कर दिया। अभी उनके अंतिम संस्कार को लेकर कोई फैसला नही किया गया है।
राष्ट्रपति और उड़ीसा के राज्यपाल ने ट्वीट की
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ट्वीट करके कांग्रेस की वरिष्ठ नेता जयंती पटनायक के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री जेबी पटनायक की पत्नी श्रीमती जयंती पटनायक के निधन के बारे में जानकर दुख हुआ। वह एक पूर्व सांसद और प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता भी थीं, जिन्होंने अपनी सेवा और समर्पण के माध्यम से खुद को राज्य के लोगों के लिए प्यार किया। उनके परिवार, दोस्तों और शुभचिंतकों के प्रति मेरी संवेदनाएं”।
उड़ीसा के गवर्नर के शोक जताया और ट्वीट करके लिखा, “माननीय राज्यपाल ने पूर्व सांसद, प्रमुख राजनेता और लेखिका जयंती पटनायक के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। ओडिशा सारस्वत ने कहा कि दुनिया और सार्वजनिक जीवन में उनका योगदान अमिट रहेगा और उनकी अमर आत्मा के लिए प्रार्थना की।
जयंती पाठक के जीवन के बारे में
जयंती पाठक का जन्म 17 अप्रैल, 1932 गंजम ज़िल्ले में स्थित अस्का में हुआ था। इनके पिता का नाम निरंजन पटनायक था। इन्होंने अपनी स्कूल की पढ़ाई हरिहर स्कूल से की और मास्टर ओफ़ आर्ट्स इन सोशल वर्क सैलाबल विमेंस कॉलेज में की।
1953 में उनकी शादी जे बी पटनायक से की जो उड़ीसा के मुख्य मंत्री भी रहे। वे 3 फ़रवरी, 1992 से 30 जनवरी 1995 तक राष्ट्रीय महिला आयोग के पद पर रही। वे पहली महिला राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष थी। इसके अलावा वे एक सासंद और समाजिक कार्यकर्ता भी थी।