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भारत में हाल में ही दूसरी लहर थमी है और सभी तीसरी लहर को लेकर अभी टेंशन में है। कोरोना तो कण्ट्रोल में आ चुका है और इसके केसेस भी काफी कम हो गए हैं लेकिन इसका डेल्टा वैरिएंट धीरे धीरे बढ़ता जा रहा है। ऐसे में ये सामने आया है कि जॉनसन एंड जॉनसन वैक्सीन का सिंगल शॉट डेल्टा के खिलाफ 85 % असरदार है।
डेल्टा और डेल्टा प्लस वैरिएंट की वैक्सीन को लेकर अभी सब परेशान हैं। साइंटिस्ट का कहना है कि कोरोना के लिए जो वैक्सीन बनी है जरुरी नहीं है कि वो डेल्टा और डेल्टा प्लस के लिए भी असरदार हो। ऐसे में आज न्यूज़ आयी है कि जॉनसन एंड जॉनसन का सिंगल शॉट यानि सिंगल डोज़ भी डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ असरदार साबित हुआ है। हेल्थ केयर कंपनी का कहना है कि ये वैक्सीन डेल्टा के खिलाफ 85 प्रतिशत असरदार है और अस्पताल में भर्ती होने से और डेथ होने से बचा सकती है।
डेल्टा वैरिएंट का सबसे पहला सवसे इंडिया में ही आया था लेकिन अब धीरे धीरे कर के ये सभी जगह फैलता जा रहा है और इसके मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसके मामले कई और कन्ट्रीज में भी हो गए हैं।
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया ने सिप्ला को इंडिया के moderna वैक्सीन इम्पोर्ट करने की परमिशन दी है। ये इंडिया में इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए ली जाएगी। ये इंडिया में मिलने वाली 4th वैक्सीन होगी स्पुतनिक वी, कविदशील्ड और कोवैक्सीन के बाद। अभी फिल्हाल इंडिया में सबसे ज्यादा लोगों को कविदशील्ड और कोवैक्सीन ही लगी है।
रिसर्च में ऐसा सामने आया है कि Pfizer और Moderna कोरोना वैक्सीन लम्बे समय तक इम्युनिटी दे सकती हैं और बाद में शायद इनको बूस्टर शॉट्स की जरुरत भी न पड़े।
रिसर्च के लिए साइंटिस्ट ने 14 लोगों के सैंपल लिए थे जो कि Pfizer वैक्सीन से फुली वैक्सीनेटेड थे। वैक्सीन लगने के 15 हफ्ते बाद देखा गया कि अभी भी उनके अंदर एंटीबाडी है जो कोरोना से एक्टिवली फाइट कर रही है।
4 महीने तक वैक्सीन के इस तरीके से असर करते रहना काफी अच्छी बात है और इस से हमारे मन का शक भी ख़त्म होता है। फ़िलहाल कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट सभी जगह आफत मचाये हुए है। ऐसा कहा जा रहा है कि डेल्टा प्लस के खिलाफ कोरोना कि वैक्सीन इतनी असरदार नहीं है क्योंकि डेल्टा प्लस केस की पहली डेथ फुली वैक्सीनेटेड महिला की हुई थी।
डेल्टा वैरिएंट क्यों बन रहा है मुसीबत ?
डेल्टा और डेल्टा प्लस वैरिएंट की वैक्सीन को लेकर अभी सब परेशान हैं। साइंटिस्ट का कहना है कि कोरोना के लिए जो वैक्सीन बनी है जरुरी नहीं है कि वो डेल्टा और डेल्टा प्लस के लिए भी असरदार हो। ऐसे में आज न्यूज़ आयी है कि जॉनसन एंड जॉनसन का सिंगल शॉट यानि सिंगल डोज़ भी डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ असरदार साबित हुआ है। हेल्थ केयर कंपनी का कहना है कि ये वैक्सीन डेल्टा के खिलाफ 85 प्रतिशत असरदार है और अस्पताल में भर्ती होने से और डेथ होने से बचा सकती है।
डेल्टा वैरिएंट का सबसे पहला सवसे इंडिया में ही आया था लेकिन अब धीरे धीरे कर के ये सभी जगह फैलता जा रहा है और इसके मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसके मामले कई और कन्ट्रीज में भी हो गए हैं।
भारत में फिल्हाल वैक्सीन को लेकर क्या परिस्तिथि है ?
ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ़ इंडिया ने सिप्ला को इंडिया के moderna वैक्सीन इम्पोर्ट करने की परमिशन दी है। ये इंडिया में इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए ली जाएगी। ये इंडिया में मिलने वाली 4th वैक्सीन होगी स्पुतनिक वी, कविदशील्ड और कोवैक्सीन के बाद। अभी फिल्हाल इंडिया में सबसे ज्यादा लोगों को कविदशील्ड और कोवैक्सीन ही लगी है।
Pfizer और Moderna मिक्स कोरोना वैक्सीन क्या है ?
रिसर्च में ऐसा सामने आया है कि Pfizer और Moderna कोरोना वैक्सीन लम्बे समय तक इम्युनिटी दे सकती हैं और बाद में शायद इनको बूस्टर शॉट्स की जरुरत भी न पड़े।
रिसर्च के लिए साइंटिस्ट ने 14 लोगों के सैंपल लिए थे जो कि Pfizer वैक्सीन से फुली वैक्सीनेटेड थे। वैक्सीन लगने के 15 हफ्ते बाद देखा गया कि अभी भी उनके अंदर एंटीबाडी है जो कोरोना से एक्टिवली फाइट कर रही है।
डेल्टा वैरिएंट को लेकर साइंटिस्ट का क्या कहना है ?
4 महीने तक वैक्सीन के इस तरीके से असर करते रहना काफी अच्छी बात है और इस से हमारे मन का शक भी ख़त्म होता है। फ़िलहाल कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट सभी जगह आफत मचाये हुए है। ऐसा कहा जा रहा है कि डेल्टा प्लस के खिलाफ कोरोना कि वैक्सीन इतनी असरदार नहीं है क्योंकि डेल्टा प्लस केस की पहली डेथ फुली वैक्सीनेटेड महिला की हुई थी।