भारत ने चाँद पर लहराया परचम, जानें चन्द्रयान-3 के बारे में 10 बातें

14 जुलाई 2023 को भारत ने सबसे भारी रॉकेट LVM3 के द्वारा चंद्रयान-3 को लॉन्च किया। यह चंद्रयान लगभग 42 दिन की यात्रा करके आज चाँद पर पहुंचा है। आज यह चंद्रयान-3 ने चन्द्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करने के बाद भारत ने चाँद पर अपना परचम लहराया। (Image Credit-Aaj tak)

लांच डेट

भारत ने 14 जुलाई 2023 को चंद्रयान 3 को लांचा किया था। इसकी लांचिंग श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से की गई थी।(Image Credit-Aaj tak)

कब लैंड हुआ चंद्रयान 3

चंद्रयान 3 आज लगभग 42 दिनों के बाद चंद्रमा पर लैंड हुआ। इसरो से मिली जानकारी के मुताबिक यह 5 बजकर 45 मिनट पर चांद की ओर बढ़ना स्टार्ट हुआ और शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंड हुआ।(Image Credit-ABP NEWS)

चंद्रयान-3 किस जगह पर उतरा

चंद्रयान-3 को चंद्रमा के साउथ पोल पर लैंड कराया गया। क्योंकि चांद का साउथ पोल नॉर्थ पोल से ज्यादा बड़ा है। वैज्ञानिकों के अनुसार यहां पानी के होने की संभावना है। इसी जगह पर शैडो एरिया भी दिखता है।(Image Credit-aaj tak)

चाँद पर पहुंचने वाला चौथा देश है भारत

चंद्रयान ३ की सॉफ्ट लैंडिंग के बाद चंद्रमा पर पहुंचने वाला चौथा देश बन गया भारत। चंद्रयान ३ की लैंडिंग के बाद दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला पहला देश बना है भारत।(Image Credit-Webduniya)

चंद्रयान-3 लॉन्चिंग के बाद क्या होगा

लैंडिंग के बाद अंतरिक्षयान पृथ्वी की कक्षा में 5-6 बार घूमेगा। फिर धीरे-धीरे इसे चांद की कक्षा में स्थापित करेंगे वैग्रानिक। इसके बाद लैंडर के साथ तेज गति से चांद की कक्षा में जाने की एक महीने यात्रा शुरू होगी और यह चाँद की जानकारी देगा। (Image Credit-News jan manthan)

चन्द्रयान ३ से देश का फायदा

अब तक दुनिया के सिर्फ ३ देश ही चंद्रमा पर पहुंच पाए हैं। अमेरिका, रूस और चीन। भारत के चंद्रयान-3 को सॉफ्ट लैंडिंग में सफलता प्राप्त होने के बाद भारत चाँद पर पहुँचने वाला ४ देश बन चुका है। (Image Credit-Webduniya)

इसरो का क्या फायदा होगा

इसरो भारत की एकमात्र स्पेस में जाने वाली संस्था है। चंद्रयान २ के फेल होने के बाद इसरो को बहुत नुक्सान का सामना करना पड़ा था। चंद्रयान ३ की सफल लैडिंग के बाद से इसरो दुनिया की सबसे बड़ी स्पेस रिसर्च एजेंसियों में शामिल हो गई। (Image Credit-Aaj tak)

चंद्रयान-3 क्या काम करेगा

चंद्रयान-3 का रोवर चांद की सतह पर उतरने के बाद रोवर वैज्ञानिकों को चांद की सतह से जुड़ी जानकारियां देगा। रोवर चांद की जमीन की बनावट से लेकर पानी की मौजूदगी के बारे में जानकारियां प्रदान करेगा।(Image Credit-IBC24)

वैज्ञानिकों के लिए फायदा

चंद्रयान -३ सफलता पूर्वक चंदमा पर लैड कर चुका है इससे इसरो के वैज्ञानिकों को चांद के वायुमंडल, सतह, रसायन, भूकंप, खनिज आदि की जाँच करने में मदद मिलेगी। इससे इसरो समेत दुनियाभर के वैज्ञानिकों का बहुत फायदा होगा। (Image Credit-TV9 Bharatvarsh)

चंद्रयान-3 मिशन क्या है लागत

चंद्रयान-3 मिशन की पूरी कॉस्ट लगभग 75 मिलियन डॉलर यानी भारतीय रुपये में अगर बात की जाए तो यह लागत करीब 615 करोड़ रुपये है।(Image Credit-vikahsnari)