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Vaccination Rate - इंडिया में अभी वैक्सीनेशन ड्राइव जोरो शोरों पर है ऐसे में सामने आ रहा है कि महिलाओं से ज्यादा वैक्सीन पुरुषों को लगी है। 54 % पुरुषों को वैक्सीन लग चुकी है और महिलाओं का दर सिर्फ 46 % है। धीरे धीरे सभी जगह वैक्सीन लगवाने के लिए लोग आगे आ रहे हैं। वैक्सीन लगने की रेट भी बढ़ती जा रही है। एक दिन में 60 लाख के ऊपर लोग वैक्सीन लगवा रहे हैं।
ग्रामीण चैत्र और पिछड़े इलाकों में अभी भी कई लोग ऐसे हैं जिनको वैक्सीन को लेकर सही जानकारी अच्छे से नहीं समझायी गयी है। कई लोगों को ऐसा लगता है कि वैक्सीन उन्हें मारने के लिए दी जा रही है या ये कोई सरकार का षड़यंत्र है। जब लोग वैक्सीने लगने के बाद भुखार और दूसरे सिम्पटम्स के बारे में बताते हैं तो ये इसको और सच मान लेते हैं। इसके लिए इनको अच्छे तरीके से समझाने की जरुरत है कि वैक्सीन के साइड इफ़ेक्ट होना एक आम बात है और कितने समय बाद कैसे वैक्सीन असर करती है।
अभी तक इंडिया में सिर्फ 4 स्टेट्स ही ऐसे हैं जहाँ महिलाओं का वैक्सीनेशन का रेट पुरुषों से ज्यादा या बराबर है। ये स्टेट्स हैं केरल, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश। नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑफ़ वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन के चेयर पर्सन डॉक्टर VK पॉल ने वैक्सीन में जेंडर इम्बैलेंस को सामने लाया और आश्वासन दिया कि ऐसा न हो। इनका कहना है कि महिलाओं के लिए वैक्सीन आसानी से मिल सके इसकी व्यवस्था कर दी गयी है। ये हम सब के लिए फ्यूचर में ध्यान देने वाली बात है और इस से अभी हमें एक लेसन मिला है।
प्रेग्नेंट महिलाओं और वैक्सीन को लेकर लम्बे समय से कंफ्यूशन चल रहा है। इंडियन कॉउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को COVID-19 के टीके दिए जाने चाहिए क्योंकि यह उनके लिए उपयोगी है। इन्होंने कहा कि इसी को 2 से 18 साल के बच्चों लका फैसला भी जल्द ही सितम्बर तक आ जाएगा।
लोगों को वैक्सीन को लेकर क्या डर है ?
ग्रामीण चैत्र और पिछड़े इलाकों में अभी भी कई लोग ऐसे हैं जिनको वैक्सीन को लेकर सही जानकारी अच्छे से नहीं समझायी गयी है। कई लोगों को ऐसा लगता है कि वैक्सीन उन्हें मारने के लिए दी जा रही है या ये कोई सरकार का षड़यंत्र है। जब लोग वैक्सीने लगने के बाद भुखार और दूसरे सिम्पटम्स के बारे में बताते हैं तो ये इसको और सच मान लेते हैं। इसके लिए इनको अच्छे तरीके से समझाने की जरुरत है कि वैक्सीन के साइड इफ़ेक्ट होना एक आम बात है और कितने समय बाद कैसे वैक्सीन असर करती है।
कौन से स्टेट्स हैं जहाँ महिलाएं ज्यादा वैक्सीनेट हुई हैं ?
अभी तक इंडिया में सिर्फ 4 स्टेट्स ही ऐसे हैं जहाँ महिलाओं का वैक्सीनेशन का रेट पुरुषों से ज्यादा या बराबर है। ये स्टेट्स हैं केरल, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश। नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप ऑफ़ वैक्सीन एडमिनिस्ट्रेशन के चेयर पर्सन डॉक्टर VK पॉल ने वैक्सीन में जेंडर इम्बैलेंस को सामने लाया और आश्वासन दिया कि ऐसा न हो। इनका कहना है कि महिलाओं के लिए वैक्सीन आसानी से मिल सके इसकी व्यवस्था कर दी गयी है। ये हम सब के लिए फ्यूचर में ध्यान देने वाली बात है और इस से अभी हमें एक लेसन मिला है।
प्रेग्नेंट महिलाएं वैक्सीन लगवा सकती है या नहीं ?
प्रेग्नेंट महिलाओं और वैक्सीन को लेकर लम्बे समय से कंफ्यूशन चल रहा है। इंडियन कॉउंसिल ऑफ़ मेडिकल रिसर्च के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को COVID-19 के टीके दिए जाने चाहिए क्योंकि यह उनके लिए उपयोगी है। इन्होंने कहा कि इसी को 2 से 18 साल के बच्चों लका फैसला भी जल्द ही सितम्बर तक आ जाएगा।